Monsoon Skincare: यह देसी तरीका प्रयोग कर करें, बरसात के मौसम में त्वचा की समस्या का इलाज, जानिए किस तरह करें प्रयोग
मानसून में अपनी स्किन का ध्यान रखना बहुत आवशक होता है. मानसून के मौसम में बहुत सी बीमारियों का डर बना रहता है. मुख्यतौर पर मानसून के मौसम में त्वचा संक्रमण (Skin infection), पेट की बिमारी (Stomach diseases) आदि होने की ज्यादा संभावना होती है. आज हम आपको बताने जा रहे है कि मानसून के मौसम में अपनी सेहत का ख्याल रखने के बारे में बताने जा रहे है.
आज हम आपको बताते है कि, नीम का फल क्या होता है और इसके की लाभ है. नीम एक औषधीय पौधा है. इसके औषधीय गुणों के कारण यह सभी पौधों में एक खास स्थान रखता है. आज आपको बताते है निम्बोली के फायदे के बारे में.
त्वचा (Skin) केयर
नीम का सेवन स्किन से समन्धित बीमारियों के लिए बहुत लाभदायक माना जाता है. आयुर्वेद के मुताबिक इसका प्रयोग करके मुहासों, फोड़े एवं दाग धब्बों को हटाने में एक महतवपूर्ण भूमिका रखता है. मानसून में त्वचा संक्रमण की समस्या अधिक होती है. नीम के एंटी-बैक्टीरियल गुण किसी भी पिंपल्स और ब्लैक/व्हाइटहेड्स पर बहुत लाभदायक प्रभाव डालता है. इसलिए आपको त्वचा से जुड़ी कोई समस्या है तो, आप निम्बोलि का प्रयोग करना चाहिए हैं.
रक्त शोधन (Blood Purification)
मानसून का शरीर पर बहुत ज्यादा प्रभाव पड़ता है. आयुर्वेद के मुताबिक नीम का सेवन रक्त को साफ करने के लिए बहुत लाभकारी माना जाता है. नीम में प्राकृतिक एंटीऑक्सीडेंट गुण होते है जो पारंपरिक रूप से रक्त शोधक के लिए एक बहुत ही प्रभावशाली इलाज है.
मुहं को रखता है स्वस्थ्य
नीम का उपयोग कई टूथपेस्ट और माउथवॉश में एक सक्रिय तत्व के रूप होता है और इसका उपयोग दांत दर्द के इलाज के लिए भी होता है. मानसून के दौरान ठंडी हवा और बदलते मौसम के कारण संवेदनशील दांतों की शिकायत भी बढ़ जाती है. नीम मसूड़े की सूजन को दूर करने में मददगार होता है और आपके मसूड़ों को स्वस्थ बनाता है.