Wireless Bijli : अब घर-घर में बिना तारों के आएगी बिजली, खोज ली गई यह तकनीक
Wireless Bijli : वायरलेस बिजली: एक नई यात्रा की शुरुआत... आपने सही सुना है, वायरलेस इंटरनेट के बाद अब वायरलेस बिजली की बारी है। विज्ञान और प्रौद्योगिकी की नई परिकल्पना के रूप में वायरलेस बिजली का अनुसंधान हो रहा है, और इस प्रक्रिया में कई महत्वपूर्ण कदम उठाए गए हैं। यह प्रौद्योगिकी समर्थन के साथ-साथ सुरक्षित और स्थायी तरीके से बिजली सप्लाई करने का प्रमुख माध्यम बन सकता है।
अमेरिका की सफल परीक्षण की यात्रा
विज्ञानिकों ने सफलतापूर्वक वायरलेस बिजली की तकनीक का परीक्षण किया है, और यूनाइटेड स्टेट्स नेवल रिसर्च लेबोरेटरी (एनआरएल) ने अमेरिका के मैरीलैंड में एक किलोमीटर दूरी तक 1.6 किलोवाट बिजली की सप्लाई करने में सफलता प्राप्त की है। इस तकनीक में माइक्रोवेव बीम का प्रयोग किया गया है, जिससे बिजली को माइक्रोवेव में परिवर्तित किया जाता है, और उसके बाद एक रेक्टेना एलिमेंट से बने रिसीवर के द्वारा बिजली को प्राप्त किया जाता है। यह एक साधारण और प्रभावी तरीका है, जो बिजली के बिना तार से सप्लाई करने में सफलता प्राप्त कर सकता है।
यूएस नेवल रिसर्च लेबोरेटरी के अनुसार, यह तकनीक साधारण होने के साथ-साथ साबित हुई है कि यह किलोमीटरों की दूरी पर भी बिजली सप्लाई कर सकती है। इस प्रयोग के बावजूद, वैज्ञानिक इस तकनीक की और अधिक महत्वपूर्ण और व्यवसायिक प्रयोगिता का पता लगाने में जुटे हैं।
प्राचीन विज्ञानिक और टेस्ला की परिकल्पना
वायरलेस बिजली की परिकल्पना को 150 साल पहले ही निकोला टेस्ला ने किया था। उन्होंने अपने 'टेस्ला कॉइल' नामक ट्रांसफॉर्मर सर्किट के माध्यम से बिजली के बिना तार से सप्लाई करने की प्रारंभिक प्रयोगशीलता की थी। हालांकि वह सिद्ध नहीं कर पाए कि वे बिजली को लंबी दूरी पर बिजली के एक बीम को नियंत्रित करने में सक्षम हैं, लेकिन विज्ञानिक आज भी उनकी परिकल्पना की पूरी करने की कोशिश कर रहे हैं।
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