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उत्तर प्रदेश की इस सिटी में बनेगा हाईवे और बायपास सड़क, 18 गावों में जमीन अधिग्रहण पीलर लगा

इसमें पड़ने वाली जमीन के लिए 25 कड़ी या 45 मीटर पर दो जरीब पत्थर लगाया गया है। बाईपास सड़क पर दो स्थानों पर रेलवे क्राॅसिंग और नदी पर एक स्थान पर सेतु बनाया जाएगा। सर्वे के बाद मुआवजा देना शुरू होगा।
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Highway and bypass road will be built in this city of Uttar Pradesh, land acquisition pillar installed in 18 villages

Saral Kisan : सलेमपुर-नवलपुर-सिकंदरपुर राजमार्ग का सर्वे कार्य शुरू हो गया है। राष्ट्रीय राजमार्ग की टीम ने बिगही गांव के पास से भागलपुर-सलेमपुर मार्ग को जोड़ने वाली बाईपास सड़क बनाने के लिए राजस्व विभाग की टीम के साथ बिगही गांव से होकर भीमपुर, बरसीपार, पयासी, मझौली राज होते हुए नवलपुर उर्फ शामपुर नवलपुर चौराहे पर जमीन अधिग्रहण की है। इसमें पड़ने वाली जमीन के लिए 25 कड़ी या 45 मीटर पर दो जरीब पत्थर लगाया गया है। बाईपास सड़क पर दो स्थानों पर रेलवे क्राॅसिंग और नदी पर एक स्थान पर सेतु बनाया जाएगा। सर्वे के बाद मुआवजा देना शुरू होगा।

गोरखपुर से सलेमपुर तक राष्ट्रीय राजमार्ग का निर्माण पूरा होने के बाद अब शासन ने सलेमपुर से नवलपुर तक राष्ट्रीय राजमार्ग बनाने की अनुमति दी है। इसके लिए, परियोजना क्रियान्वयन इकाई गोरखपुर के परियोजना निदेशक मनीष कुमार चौहान ने एसडीएम को पत्र लिखकर पिछले महीने राजस्व अभिलेखों में सलेमपुर से सिकंदरपुर राष्ट्रीय राजमार्ग 727बी के निर्माण कार्य से जुड़ी भूमि की चौड़ाई की जानकारी मांगी थी।

राष्ट्रीय राजमार्ग से आए सुजीत ने राजस्व विभाग और सर्वेयर परामर्श के नेतृत्व में सलेमपुर-देवरिया मुख्य मार्ग पर बिगही गांव से सिसवां, भीमपुर, चकरवां बहोरदास, बरसीपार, प्यासी, मझौली राज, देवरिया उर्फ शामपुर, नादघाट, कौड़िया काजी, कौड़िया जयराम, लार नवलपुर मुख्य मार्ग तक 18 गांवों के 65.44 हेक्टेयर जमीन को पीलर 14.700 किमी लंबा बाईपास बनाया जा रहा है।

इसमें ओवरब्रिज, पयासी और बड़वा टोला गांवों के पास रेलवे लाइन पर पक्का पुल बनाया जाएगा, चकरवा बहोरदास और भीमपुर गांव के बीच. दूसरा, दीर्घेश्वर नाथ मंदिर के पास छोटी गंडक नदी पर पक्का पुल बनाया जाएगा। सर्वेयर इसके लिए सर्वे कर चुके हैं। सर्वेयर परामर्शदाता तुलसी राम ने बताया कि सलेमपुर से सिकंदरपुर राष्ट्रीय राजमार्ग 727बी बाईपास बनाने के लिए राजस्व अभिलेखों में निहित भूमि की पैमाइश करके पिलर लगाया गया है। अब सड़कों, पानी की टंकी और बिजली के खंभों का सर्वे किया जा रहा है।

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