शहर के बीच से बनेगी अंडरग्राउंड टनल, 6 लेन होगी चौड़ाई, बिना रूकावट के दौड़ लगा सकेंगे वाहन
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Mumbai First Tunnel Road : मुंबई की सड़कों का नाम सुनते ही अच्छे-अच्छे लोग पसीना बहाते हैं। ट्रैफिक जाम और बारिश यहां रहने वालों को सड़क पर निकलने से घबराते हैं। अब बारिश कुदरत की देन है, लेकिन सरकार ने जाम से छुटकारा पाने का उपाय खोजा है। इस योजना से मुंबई अपना पहला अंडरग्राउंड टनल बनाने वाली है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी इस कार्यक्रम की नींव रखी और इसके लिए धन भी दिया गया है।
मुंबई की पहली अंडरग्राउंड टनल रोड ऑरेंज गेट से मरीन ड्राइव तक होगी। इस प्रोजेक्ट की 9.2 किलोमीटर की लंबाई में से 6.5 किलोमीटर टनल के अंदर से गुजरेंगे। 6 लेन की सड़क मुंबई मेट्रो लाइन 3 के नीचे से गुजरेगी। टनल भी घनी आबादी वाले मुंबई क्षेत्र से गुजरेगा, जहां लाखों लोग रहते हैं।
प्रोजेक्ट से क्या फायदा
मुख्य सार्वजनिक परिवहन मार्गों के नीचे से गुजरने वाली शहरी सुरंग मुंबई में पहली होगी। रेलवे, मेट्रो लाइनें और शहर की मुख्य सड़कें इसमें शामिल हैं। ईस्टर्न फ्रीवे, मुंबई ट्रांस हार्बर सीलिंक (MTHL), कोस्टल रोड और बांद्रा-वर्ली सी लिंक के माध्यम से यह सड़क सुरंग बिना किसी बाधा के यातायात को दक्षिण मुंबई के पूर्वी और पश्चिमी तटों से जोड़ेगा।
जमीन से 40 मीटर नीचे बनेगी टनल
ऑरेंज गेट टनल, प्रोजेक्ट के तहत ईस्टर्न फ्रीवे का विस्तार, इसे मरीन ड्राइव से जोड़ेगा, जिससे साउथ मुंबई तक आसान पहुँच होगी। जमीन से लगभग 40 मीटर नीचे यह टनल बनाई जाएगी। मुंबई पोर्ट ट्रस्ट और पीडी मेलो रोड पर स्थित मेन पोस्ट ऑफिस स्क्वायर के लिए ऑरेंज गेट के आसपास के भारी ट्रैफिक जाम को कम करना इस इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट का मुख्य उद्देश्य है।
प्रोजेक्ट में कितनी लागत का अनुमान
जबकि L&T निर्माण करेगा, MMRDA इस प्रोजेक्ट की देखरेख करेगा। MMRDA ने प्रोजेक्ट के लिए 7,326 करोड़ रुपये का लोन भी यूनियन बैंक ऑफ इंडिया से प्राप्त किया है। अनुमान है कि इस पर लगभग 8,700 करोड़ रुपये खर्च हो सकते हैं। L&T ने कहा कि वह इस टनल को बनाने के लिए उसी मशीन का प्रयोग करेगी जो मालाबार हिल और गिरगांव चौपाटी के नीचे कोस्टल रोड टनल बनाने में प्रयोग की गई थी।