गांव और शहर के पास बहुत थोड़ी जमीन पर यह पेड़ बना देगा मालामाल
Saral Kisan : मंहगाई के दौर में सभी लोग काम करने के साथ ही छोटे-छोटे व्यवसाय करना चाहते हैं। ज्यादातर लोग जमीन या कोई संपत्ति खरीदते हैं, इसके बाद कई लोग अपना बिजनेस शुरू करते हैं। हम आपको लाखों रुपये आराम से कमाने के लिए एक खेती करने का विचार दे रहे हैं, अगर आपके पास भी कुछ जमीन है या खरीदने का विचार कर रहे हैं। आप आसानी से इन व्यवसायों को शुरू कर सकते हैं।
चंदन की खेती एक बिजनेस है। ये सब चंदन के पेड़ से मिलने वाले लाभ के सामने छोटे हैं। आज चंदन के पेड़ों का बाग लगाकर कुछ ही सालों में लखपति नहीं करोड़पति बन सकते हैं। इसके लिए, हालांकि, थोड़ा सब्र चाहिए। यह एक लंबी अवधि का निवेश है।
चंदन की खेती करने का तरीका:
चंदन के पेड़ों को बनाने के दो तरीके हैं। पहला ऑर्गेनिक (organic farming) और दूसरा परंपरागत है। चंदन के पेड़ को ऑर्गेनिक तरीके से बनाने में लगभग दस से पंद्रह वर्ष लगते हैं, जबकि परंपरागत तरीके से बनाने में लगभग इक्कीस से पच्चीस वर्ष लगते हैं। शुरू के आठ साल तक इसे बाहरी सुरक्षा की जरूरत नहीं होगी। इसके बाद खुशबू आने लगती है। ऐसे में इसके चोरी-छिपे काटे जाने का डर रहता है। इसलिए, पूरी तरह तैयार होने तक आपको पेड़ को जानवरों से सुरक्षित रखना होगा। इसके पेड़ हर जगह उगाए जा सकते हैं सिवाय रेतीले और बर्फीले क्षेत्रों के।
5 से 10 पेड़ों में ही अच्छी कमाई होगी:
चंदन का एक पेड़ लगाकर हर साल 3 से 5 लाख रुपये तक कमा सकते हैं। वहीं, अगर आप पांच से पांच पेड़ भी लगा लेते हैं, तो आप हर साल बहुत पैसा कमाएंगे। आप पांच करोड़ रुपये तक की कमाई कर सकते हैं अगर आप सौ पेड़ लगाने में सफल होते हैं और उनकी लकड़ी को बड़े होने पर बेचते हैं। यदि लागत की बात की जाए तो 2-2.5 साल का एक चंदन का पौधा 150 से 200 रुपये में मिल जाएगा।
सरकारी कानून भी देखें
अगर आप भी चंदन की खेती करने की सोच रहे हैं, तो एक अतिरिक्त जानकारी पढ़ें। 2017 में सरकार ने चंदन की लकड़ी की खरीद-बिक्री पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगाया था। यानी आप चंदन के पेड़ लगा सकते हैं, लेकिन आप केवल सरकार को लकड़ी बेच सकते हैं। इसके लिए वन विभाग को सूचना दी जानी चाहिए। चंदन के पेड़ आपसे खरीद और काटकर विभागीय अधिकारी ले जाते हैं। ऐसा करने पर भी हर साल लाखों से लेकर करोड़ों रुपये का फायदा होता है।
ये पढ़ें : UP News : उत्तर प्रदेश के इस गांव में बनेगा फायरिंग रेंज, 378 करोड़ रुपये जारी