उत्तर प्रदेश में बनेगी अब ये नई रेल लाइन 111 गावों से गुजरेगी, बनेगें 57 पुल और 15 अंडरपास
Saral Kisan : गोरखपुर जिले के दक्षिणांचल को रेल सेवा से जोड़ने वाली सहजनवां-दोहरीघाट रेल लाइन का निर्माण जनवरी में शुरू होने का अनुमान लगाया जा रहा है। जमीन अधिग्रहण की प्रक्रिया शुरू होने के बाद अब रेलवे प्रशासन ने निर्माण कार्य के लिए टेंडर की प्रक्रिया शुरू हुई है। यह रेल लाइन गोरखपुर-वाराणसी के बीच एक नया विकल्प लेकर आने वाली है।
सहजनवां-दोहरीघाट रेलवे लाइन लगभग 81 किलोमीटर लंबी होगी और दो जिलों गोरखपुर और मऊ में 111 गांवों से गुजरेगी। इसमें से 104 गांव सहजनवां, खजनी, बांसगांव और गोला तहसीलों के अंतर्गत आते हैं। सहजनवां से दोहरीघाट के बीच बनने वाली रेलवे लाइन पर लगभग 1320 करोड़ रुपये खर्च होंगे। सरयू नदी पर 1100 मीटर लंबे एक पुल बनाया जाएगा. इसमें 10 बड़े पुल, 47 छोटे पुल और 15 अंडरपास शामिल हैं। दो रेलवे ओवरब्रिज भी बनेंगे।
सहजनवां, पिपरौली, खजनी, उनवल, बैदौली बाबू, बांसगांव, उरुवा बाजार, बनवारपार, गोला बाजार, भरौती, बड़हलगंज और दोहरीघाट सहित बारह स्थानों पर स्टेशन बनाए जाएंगे। जिनमें से सहजनवां पहले से ही गोरखपुर-लखनऊ मार्ग का मुख्य स्टेशन है। गोरखपुर से वाराणसी की ट्रेन अभी देवरिया-भटनी से गुजरती है। नई लाइन के उद्घाटन के बाद गोरखपुर से सहजनवां-दोहरीघाट के माध्यम से भी ट्रेनें वाराणसी तक चलने लगेंगी। इससे दोनों ट्रेनों का संचालन जिले के दक्षिणी भाग में शुरू होगा और दूसरा गोरखपुर-वाराणसी मार्ग के लिए एक विकल्प बनेगा।
नई सहजनवां-दोहरीघाट रेल लाइन को चार वर्ष में पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है। यह काम तीन चरणों में पूरा होगा। पहले चरण में, सहजनवां से बैदौली तक 27 किलोमीटर की रेलवे लाइन बनाने का लक्ष्य रखा गया है, जो 2024 तक पूरी हो जाएगी। मार्च 2025 तक दूसरे चरण में बैदौली से गोला बाजार तक 29 किलोमीटर की रेलवे लाइन बनाई जाएगी।
सीपीआरओ पूर्वोत्तर रेलवे पंकज कुमार सिंह ने बताया कि सहजनवां-दोहरीघाट नई रेल लाइन रूट पर घाघरा नदी नामक एक महत्वपूर्ण पुल सहित अन्य परियोजनाओं के लिए टेंडर की प्रक्रिया शुरू हो गई है। विशेष प्रोजेक्ट का दर्जा मिलने से भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया तेज हो गई है।
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