उत्तर प्रदेश में बन रहे इस एक्सप्रेसवे से बदल जाएगी 12 जिलों की तस्वीर, बिजनेस की बढ़ेगी रफ़्तार
Ganga Expressway: उत्तर प्रदेश में ट्रांसपोर्ट इंफ्रास्ट्रक्चर बहुत तेजी से विकसित हो रहा है। मौजूदा समय में देश का सबसे लंबा एक्सप्रेसवे (पूर्वांचल एक्सप्रेसवे) यूपी में है। लेकिन अब यूपी सरकार इससे लगभग दोगुना लंबा एक्सप्रेसवे बनाने में जुटी हुई है।
Saral Kisan, UP News : इस नए एक्सप्रेसवे को ‘गंगा एक्सप्रेसवे’ (Ganga Expressway) के नाम से जाना जाएगा। माना जा रहा है कि गंगा एक्सप्रेसवे (Ganga Expressway) प्रदेश में ट्रांसपोर्ट इंफ्रास्ट्रक्चर के लिए गेम-चेंजर साबित होगा। आइए जानते है-इसकी लंबाई क्या होगी, कितने लेन होंगे, कितने जिलों से होकर गुजरेगा, गाड़िया कितनी रफ्तार से चलेंगी। गंगा एक्सप्रेसवे की क्या खासियत है और यह कब तक बनकर तैयार होगा?
गंगा एक्सप्रेसवे के 2025 के कुंभ मेले से पहले पूरा होने की उम्मीद
गंगा एक्सप्रेसवे (Ganga Expressway) की शुरुआत मेरठ से होगी और 12 जिलों को कवर करते हुए यह प्रयागराज में जाकर समाप्त होगा। इसकी कुल लंबाई 594 किलोमीटर होगी। गंगा एक्सप्रेसवे को तैयार करने में करीब 36,000 करोड़ रुपये खर्च होने का अनुमान है। गंगा एक्सप्रेसवे के 2025 के कुंभ मेले से पहले पूरा होने की उम्मीद है।
120 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से फरार्टा भरेंगी गाड़ियां
गंगा एक्सप्रेसवे (Ganga Expressway) 6 लेन का होगा और जरूरत पड़ने पर इसे 8 लेन तक चौड़ा किया जा सकता है। इसे इस तरह से डिजाइन किया गया है कि गाड़ियां 120 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चल सकें। मेरठ और प्रयागराज में स्थित टोल प्लाजा निर्बाध मार्ग और सुविधाजनक लेनदेन की सुविधा प्रदान करेंगे।
इंजीनियरिंग चमत्कार की मिसाल बनेगा गंगा एक्सप्रेसवे
594 किलोमीटर लंबे गंगा एक्सप्रेसवे में कई इंजीनियरिंग चमत्कार देखने को मिलेंगे। दो शक्तिशाली नदियों, गंगा और रामगंगा पर एक पुल बनेगा। इसके अलावा सामरिक तैयारियों को ध्यान में रखते हुए शाहजहांपुर में एक्सप्रेसवे पर 3.5 किमी की हवाई पट्टी का निर्माण होगा, जिस पर भारतीय वायु सेना के लड़ाकू विमानों की लैंडिंग और टेक-ऑफ की सुविधा होगी। इसके अलावा, निर्माण योजना में 18 फ्लाईओवर और 8 रोड ओवरब्रिज शामिल हैं, जो निर्बाध कनेक्टिविटी को बढ़ाते हैं और ट्रैफिक को कम करते हैं।
मेरठ से प्रयागराज बस 8 घंटे दूर
एक्सप्रेसवे के पूरा हो जाने पर मेरठ से प्रयागराज तक का सफर केवल 8 घंटे में पूरा हो जाएगा। एक्सप्रेसवे 12 जिलों को कवर करेगा। मेरठ, हापुड़, बुलंदशहर, अमरोहा, संभल, बदायूं, शाहजहांपुर, हरदोई, उन्नाव, रायबरेली और प्रतापगढ़ को जोड़ने वाला गंगा एक्सप्रेसवे (Ganga Expressway) एक महत्वपूर्ण जीवन रेखा के रूप में काम करेगा। गंगा एक्सप्रेसवे सिर्फ एक सड़क नहीं है बल्कि प्रगति, क्षेत्रों को जोड़ने, समुदायों को सशक्त बनाने और उत्तर प्रदेश को एक उज्जवल भविष्य की ओर ले जाने का मार्ग है।