उत्तर प्रदेश में 53 गांवों से जमीन लेकर बिछेगी नई रेलवे लाइन की पटरियां, 240 किमी. लंबा होगा ट्रैक

Uttar Pradesh : बलरामपुर, बहराइच-उतरौला-खलीलाबाद रेलवे लाइन के लिए भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया शुरू हो गई है। बहराइच में जमीन अधिग्रहण के संबंध में राजपत्र जारी किया गया है। बलरामपुर में रेलवे लाइन बनाने का कोई आदेश अभी नहीं आया है। किसान इसे खरीदते हैं। प्रमुख अधिकारी भूमि अधिग्रहण की शुरुआत की उम्मीद कर रहे हैं। 2014 में इस रेल लाइन के सर्वे के लिए बजट दिया गया था। इस वर्ष बहराइच-श्रावस्ती-बलरामपुर की 80 किलोमीटर रेलवे लाइन को बनाने के लिए 620 करोड़ रुपये दिए गए।
उतरौला से बहराइच की सीमा तक 240.264 किलोमीटर की रेलवे लाइन बनानी है। बलरामपुर जिले में रेल पटरी बिछाने के लिए 53 गांवों में किसानों की जमीन दी जाएगी। खेतों में पत्थर डाल दिया गया है। जिन किसानों को जमीन दी जानी चाहिए वह प्रशासनिक कार्रवाई का इंतजार कर रहा है।
32 रेलवे स्टेशन हुए, प्रस्तावित
बहराइच से खलीलाबाद तक 32 स्टेशनों का प्रस्ताव है, जिसमें छह नए स्टेशन बनाए जाएंगे। श्रावस्ती और बहराइच में दस नए स्टेशन बनेंगे। इसमें श्रावस्ती, इकौना, बहराइच, अजतापुर, धुसवा, बरेडरा, हरिहरपुर रानी, भिनगा, विशुनापुर, रामनगर और लक्ष्मनुपर गोरपुरवा स्थान शामिल हैं। बलरामपुर विकास खंड में पहला हाल्ट स्टेशन हंसुवाडाेल गांव होगा। झारखंडी रेलवे स्टेशन पर बहराइच-खलीलाबद रेल लाइन को गोंडा-गोरखपुर रेल लाइन से जोड़ा जाएगा। रेलवे लाइन को भगवतीगंज के बलरामपुर स्टेशन से उतरौला तक बढ़ाया जाएगा।
रेल पटरी बिछाने के लिए 40 फीट चौड़ाई में जमीन दी जाएगी और स्टेशन बनने वाले स्थानों पर 100 मीटर चौड़ाई में जमीन दी जाएगी। बलरामपुर स्टेशन को जंक्शन का दर्जा मिलेगा और सदर विकास खंड के खगईजोत से स्टेशन के बाद महेशभारी गांव में हाल्ट स्टेशन बनेगा। श्रीदत्तगंज व उतरौला में स्टेशन बनेगा और कपौवा शेरपुर में हाल्ट स्टेशन बनेगा।