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काजू बादाम से भी ताकतवर है इस पौधे का पत्ता, खाते ही आ जायेगी पहलवान जैसी ताकत

जलकुंभी में एंटी-फंगल ,एंटी-इंफ्लेमेटरी व एंटी-बैक्टीरियल गुण पाए जाते हैं यह जानकारी नेशनल लाइब्रेरी ऑफ मेडिसिन ने  दी हैं। जलकुंभी को हैजा, गले में खराश और सांप के काटने के इलाज में प्रयोग किया जा सकता है।

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The leaf of this plant is stronger than cashew and almond, as soon as you eat it you will get strength like a wrestler.

Saral Kisan - जलकुंभी में एंटी-फंगल ,एंटी-इंफ्लेमेटरी व एंटी-बैक्टीरियल गुण पाए जाते हैं यह जानकारी नेशनल लाइब्रेरी ऑफ मेडिसिन ने  दी हैं। जलकुंभी को हैजा, गले में खराश और सांप के काटने के इलाज में प्रयोग किया जा सकता है। जलकुंभी को कई देशों में औषधि के रूप में उपयोग किया जाता है। जलकुंभी की जड़ों, पत्तियों और फूलों की शोध की गई है। उन्हें पता चला कि जलकुंभी में कई रासायनिक पदार्थ हैं जो बीमारी को ठीक कर सकते हैं। बुढ़ापे को रोकने के लिए जलकुंभी के अर्क का उपयोग किया जा सकता है। आपको आश्चर्य होगा कि जलकुंभी में कैंसर से लड़ने वाले कई यौगिक होते हैं, इसलिए इसे एंटी-कैंसर भी कहा जाता है। शरीर को ऊर्जा और ताकत देने वाले कई पोषक तत्व जलकुंभी से मिलते हैं। शरीर को स्वस्थ और फौलादी बनाने के लिए जलकुंभी का उपयोग किया जा सकता है।

जलकुंभी के पांच लाभ जानिए

1-  जलकुंभी स्किन के लिए एक वरदान है। जलकुंभी के पत्तों का अर्क एक्जिमा जैसे बालों की समस्या पर बहुत प्रभावी हो सकता है। जलकुंभी कई स्किन केयर उत्पादों में शामिल है। जलकुंभी का उपयोग स्किन की कई समस्याओं को दूर कर सकता है।

2 - जलकुंभी को पेट के लिए बहुत ज्यादा अच्छा भी माना जाता है। डायजेशन की समस्याओं से जूझ रहे लोगों को जलकुंभी की फलियों का सेवन करना चाहिए। यह जड़ी-बूटी भी दस्त, मतली और पेट फूलने का उपचार है। आयुर्वेद में भी इसे पेट के लिए बहुत फायदेमंद बताया गया है।

3 - आपको आश्चर्य होगा कि जलकुंभी में ऐसे गुण हैं जो शरीर में बढ़ते कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित कर सकते हैं। जलकुंभी को हाई कोलेस्ट्रॉल वाले लोगों के लिए अच्छा माना जाता है। कोलेस्ट्रॉल को जलकुंभी की फलियों के हाइपो कोलेस्ट्रोलेमिक गुणों से नियंत्रित किया जाता है।

4 - गले की सूजन और खराश को कम करने के लिए जलकुंभी का अर्क प्रयोग किया जा सकता है। यह भी कानों और गले की समस्याओं को ठीक कर सकता है। जलकुंभी भी सेक्सुअल ट्रांसमिटेड बीमारी के इलाज में बहुत प्रभावी हो सकती है।

5 - जलकुंभी महिलाओं के लिए अमृत है। स्तनपान को बढ़ावा देने में जलकुंभी प्रभावी है। महिलाओं को उबली हुई जलकुंभी की फली खाना बहुत फायदेमंद है। इस जड़ी-बूटी के फूल आपको अनियमित पीरियड्स से छुटकारा दिलाने में मदद कर सकते हैं।

Disclaimer: अपने स्वास्थ्य समस्या के लिए किसी प्रौद्योगिकी उपचार या दवा का उपयोग करने से पहले, एक पेशेवर चिकित्सक से सलाह लें और वे आपके रोग का सही और सुरक्षित उपचार सुनाएंगे।

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