उत्तर प्रदेश के इस शहर में बनाया जाएगा 3.75 किलोमीटर का पहला रोपवे, बनाए जाएंगे 5 स्टेशन, 2024 में पूरा होगा काम
Saral Kisan : प्रधानमंत्री के संसदीय क्षेत्र काशी में बन रहे रोपवे का काम सुपर स्पीड से चल रहा है. यह देश का पहले अर्बन रोपवे है. 2024 चुनाव से पहले इसका काफी काम हो जाएगा. रोपवे शुरू होने के बाद काशी विश्वनाथ मंदिर जाने वाले भक्तों को काफी सुविधा हो जाएगी, उन्हें स्टेशन से मंदिर तक पहुंचने में जाम में नहीं फंसना होगा. इस तरह श्रद्धालुओं के समय की भी बचत होगी.
रोपवे निर्माण करने वाली एनएचएआई की कंपनी एनएचएलएमएल के सीईओ प्रकाश गौड़ ने बताया कि काशी रोपवे का काम काफी तेजी से हो रहा है. 2024 चुनाव से पहले दो स्टेशन पूरी तरह तैयार हो जाएंगे और तीसरे स्टेशन काम काफी हद हो जाएगा. इस तरह तीन स्टेशन तैयार हो जाएंगे. इसके साथ केबल कार भी पहुंच जाएगी.
रोपवे पर एक नजर
रोपवे की कुल लंबाई 3.75 किमी होगी. इसमें पांच स्टेशन बनाए जाएंगे, लेकिन चढ़ने उतरने के लिए चार स्टेशन ही होंगे. पांचवां स्टेशन तकनीकी कारणों से बनाया जाएगा. इन चार स्टेशनों में पहला कैंट रेलवे स्टेशन होगा, जहां से रोपवे शुरू हो रहा है, दूसरा विद्यापीठ, तीसरा रथयात्रा और चौथा, अंतिम स्टेशन गोदौलिया होगा. चूंकि इसके आगे मंदिर जाने के लिए वाहन नहीं जाते हैं, इसलिए यहीं तक रोपवे चलाया जाएगा.
प्रति घंटे 3000 यात्री सफर कर सकेंगे
रोपवे की केबल कार पर प्रति घंटे 3000 यात्री सफर कर सकेंगे. लोगों की संख्या बढ़ाने के साथ केबल कारों की संख्या बढ़ाई जाएगी. शुरुआती दौर में 300 यात्री प्रति घंटे सफर कर सकेंगे.
10 सीटों वाली होगी केबल कार
इस रोपवे में 10 सीटों वाली केबल कार चलाने की तैयारी है। श्ुरुआत में कुल 18 केबल कार रोपवे में चलेंगी। हालांकि रोपवे का डिजाइन ऐसा किया जाएगा कि केबल कार की संख्या जरूरत के अनुसार बढ़ाई जा सके।
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