UP News: वाराणसी और प्रयागराज के बीच 40 करोड़ से बना रेलवे पुल, सफर करेगा आसान
Uttar Pradesh : 2025 में तीर्थराज में 40 करोड़ से अधिक लोगों का आगमन होगा। इस आयोजन में भाग लेने वाले श्रद्धालुओं और पर्यटकों के आवागमन के लिए प्रदेश और केंद्र सरकार दोनों दिन-रात काम कर रही हैं। नया रेलवे सेतु गंगा नदी पर बनाया जा रहा है, जिससे वाराणसी से प्रयागराज आने वाले श्रद्धालुओं का सफर आसान होगा।
सड़क परिवहन सबसे अधिक श्रद्धालुओं को कुंभ नगरी लाता है। सड़क परिवहन के बाद अधिकांश लोग रेलमार्ग से प्रयागराज आते हैं। इस बार महाकुंभ में लगभग 10 करोड़ लोग ट्रेन से पहुंचने का अनुमान है।
युद्ध स्तर पर चल रही है, तैयारियां
रेलवे भी युद्धस्तर पर तैयारियों में है। रेलवे स्टेशनों का पुनर्निर्माण और ट्रेनों की संख्या बढ़ाना एक पक्ष है, जबकि रेलवे मार्ग पर सेतुओं का निर्माण भीड़ का दबाव कम करने की कोशिश है। दारागंज से झूंसी के बीच एक नया रेल पुल बनाया गया है, जो वाराणसी से प्रयागराज की यात्रा को आसान बनाता है। पुल पर रेलवे ट्रैक बिछाने और गिट्टी डालने का काम अभी भी चल रहा है। इसे रेल विकास निगम लिमिटेड बना रहा है।
नए रेल पुल से स्टेशनों का दबाव होगा, कम
प्रयागराज रामबाग-वाराणसी रेलवे मार्ग पर गंगा नदी पर एकमात्र ट्रैक था, इसलिए झूंसी और रामबाग रेलवे स्टेशन पर ट्रेन को देर तक रोकना पड़ा। यात्रियों को इस नए 2700 मीटर लंबे डबल ट्रैक रेल पुल के बनने से इंतजार नहीं करना पड़ेगा।
प्रोजेक्ट डायरेक्टर ने बताया कि राज्य सरकार वाराणसी से आने वाले यात्रियों को झूंसी स्टेशन पर ही उतारकर कुंभ क्षेत्र में ले जाने की योजना पर विचार कर रही है। इस नए रेल पुल का दैनिक ट्रेनों की आवाजाही में महत्वपूर्ण योगदान होगा। इससे स्टेशनों पर दबाव कम होगा और समय बचेगा।