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अब राजस्थान में जाने के लिए नहीं आना होगा दिल्ली, यहां से मिल जाएगी ट्रेन

राजस्थान और उसके परिप्रेक्ष्य से जुड़ी ट्रेनें अब दिल्ली कैंट रेलवे स्थल से नहीं गुजरेंगी. इसका कारण यह है कि यह स्थान परिप्रेक्ष्य विकसित नहीं किया गया है, और इस प्रकार, प्रमुख ट्रेनें इस स्थल पर ठहरायी नहीं जाएँगी.
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Now you will not have to come to Delhi to go to Rajasthan, you will get a train from here

Saral Kisan : रेल मंत्रालय राजस्थान के यातायात को नया सार्वजनिक उद्घाटन का एक नया माध्यम देने की योजना बना रहा है. यहां नई दिल्ली के बजाय, एक नवे स्टेशन से यात्रियों को सफर कराने का प्रस्तावित आयोजन है. नवीनीकरण के प्रस्ताव में नया स्टेशन नहीं शामिल होगा; बल्कि पूर्व में विकसित दिल्ली कैंट स्टेशन की मौनविकसिति की जाएगी.

यह स्थल, उन सैकड़ों स्थलों में शामिल है जिन्हें सर्वोत्तम स्थानों की सूची में मान्यता प्राप्त की गई है, जिन्हें सर्वोत्तम स्थानों की सूची में मान्यता प्राप्त की गई है और जिन्हें सुधारने के लिए स्थान निर्धारित किया गया है.

राजस्थान और उसके परिप्रेक्ष्य से जुड़ी ट्रेनें अब दिल्ली कैंट रेलवे स्थल से नहीं गुजरेंगी. इसका कारण यह है कि यह स्थान परिप्रेक्ष्य विकसित नहीं किया गया है, और इस प्रकार, प्रमुख ट्रेनें इस स्थल पर ठहरायी नहीं जाएँगी. यात्रियों को ट्रेन यात्रा के लिए नई दिल्ली आना होगा.

इस परिस्थिति को मध्यस्थ रखते हुए सरकार ने दिल्ली कैंट स्थल के पुनर्विकास का निर्णय लिया है. इस परियोजना की लागत लगभग 335 करोड़ रुपये की होने की आकलन की जा रही है. यह स्थल 508 स्थानों के श्रेणी में आता है, और इसे स्थानों के उन श्रेणियों में विकसित किया जाएगा जो रेलवे स्थलों की चयनित सूची में आते हैं.

रेल मंत्रालय के अधिकारियों के अनुसार, दिल्ली कैंट रेलवे स्थल के पुनर्निर्माण कार्य की शुरुआत होने के बाद, काम की सम्पूर्णता को 30 महीनों के अंतराल में पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है. दिल्ली कैंट रेलवे स्थल के पुनर्निर्माण के बाद, आनेवाली ट्रेनों की संख्या में विशेष वृद्धि दर्शाई जाएगी. इस परियोजना के परिणामस्वरूप, बहुत सारे यात्री यहाँ पर आएंगे. उन्हें ध्यान में रखते हुए, स्थान के पास ही एक मल्टी-स्टोरी पार्किंग का निर्माण किया जाएगा. इस तरीके से, यात्रियों को सुविधाएँ मिलेंगी, और वे अपनी यात्रा का आनंद ले सकेंगे.

इसके अलावा, स्थान की भवन में सुधार किए जाएंगे, और स्थान पर एस्केलेटर भी लगाए जाएंगे. एक बेहतर रौशनी की व्यवस्था भी की जाएगी, और स्थान पर हरित ऊर्जा का प्रयोग किया जाएगा. स्थान पर छत पर खुले जगह का निर्माण किया जाएगा, जिससे यात्रियों को ट्रेन की प्रतीक्षा करने में कोई तकलीफ न हो. रेलवे स्थलों को मेट्रो और बस स्टेंड से भी जोड़ा जाएगा, ताकि यात्रियों को सुविधाएं सुनिश्चित हों।

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