MBA vs MCA: इनमें से किसके बाद मिलती है बढ़िया नौकरी और शानदार इनकम, चलिए जानें
MBA vs MCA: स्टूडेंट्स बैचलर डिग्री के बाद MBA या MCA में जाना चाहते हैं या नहीं। वे किस कोर्स का फायदा समझ नहीं पाते। किसमें अतिरिक्त वेतन मिलेगा? BBA या BCA ग्रेजुएट्स को MBA या MCA करना सबसे लोकप्रिय विकल्प है।
MBA और MCA दोनों प्रोफेशनल पाठ्यक्रम हैं, हर एक में अपनी विशिष्टताएं हैं। हम MCA पर पहले चर्चा करेंगे। तीन वर्ष की इस पोस्टग्रेजुएट डिग्री में सॉफ्टवेयर डेवलपमेंट और आईटी क्षेत्र के टेक्निकल क्षेत्र पर फोकस है। यह पाठ्यक्रम कैंडिडेट्स को टेक्नोलॉजिकल डिजाइन बनाने की कला सिखाता है। विभिन्न टॉपिक्स के लिए विद्यार्थियों को ट्रेंड किया जाता है, जिसमें वेब डिजाइनिंग भी शामिल है।
MBA-MBA स्टूडेंट्स दो साल की डिग्री के दौरान इंटेलेक्चुअल (ज्ञान), प्रबंधन और नेतृत्व क्षमता पर काम करते हैं। इसमें फाइनेंस, अकाउंटिंग और मार्केटिंग जैसे क्षेत्रों की भी पढ़ाई होती है। MBA प्रोग्राम्स में इकोनॉमिक, ह्यूमन रिसॉर्स, लॉजिस्टिक और संचार क्षेत्रों में व्यापक वैराइटी होनी चाहिए।
MBA या MCA के बाद किस तरह के अवसर हैं?
व्यापार क्षेत्र में काम करना चाहने वाले लोगों के लिए MBA सर्वश्रेष्ठ है। इससे मार्केटिंग, फाइनेंस और ह्यूमन रिसॉर्सेज क्षेत्रों में नौकरी मिलती है।
एमएसी करने वाले विद्यार्थियों को अच्छे मौके मिलते हैं जो अध्ययन और खोज में रुचि रखते हैं। MCA मैथ्स के अनुकूल है।
MBA और MCA में कितनी कमाई होती है?
MBA की एंट्री लेवल की ऐवरेज सैलरी 5-6 LPA होती है, जबकि MCA की सैलरी 4-5 LPA होती है।
MBA और MCA की कमाई MID लेवल पर 8-10 LPA होती है।
MBA की सैलरी 12 से अधिक LPA तक है, जबकि MCA की सैलरी 10 से अधिक LPA तक है।
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