उत्तर प्रदेश के इस जिले में बनना है रिंग रोड, 4 गुणा रेट पर 30 से अधिक गांवों की जमीन की जाएगी अधिग्रहण
UP News : सरकार लगातार यातायात को सुलभ और सुचारू बनाने के लिए नए हाईवे एक्सप्रेसवे और बाईपास के लिए रिंग रोड जैसे प्रोजेक्ट पर लगातार कार्य कर रही है. मिली जानकारी के मुताबिक बरेली के चौरतरफा ओर प्रस्तावित रिंग रोड के निर्माण के लिए जमीन का अधिग्रहण किया जाएगा. प्रस्ताव एनएचएआई की भूमि अधिग्रहण कमेटी के पास दिल्ली भेजा गया है. मंजूरी के बाद किसानों को सर्किल रेट से 4 गुना कीमत देकर जमीन का बैनामा एनएचएआई अपने नाम कराएगा. बरेली में 1650 करोड़ की लागत से रिंग रोड का प्रस्ताव 2021 में तैयार किया गया था.
बता दें की चौबारी मुस्तकिल से रजऊ परसपुर तक 13 किमी लंबा बाईपास बनना है। धंतिया से चौबारी मुस्तकिल तक 19.2 किमी लंबा दूसरा बाईपास बनेगा। इसके लिए जमीन का अधिग्रहण जरूरी है। प्राथमिक आकलन के बाद एनएचएआई के स्थानीय अधिकारियों ने अपने मुख्यालय की भूमि अधिग्रहण समिति को प्रस्ताव भेजा है। मंजूरी के बाद इसे भूमि अध्याप्ति अधिकारी के पास भेजा जाएगा। इसके बाद अधिग्रहण होगा। रिंग रोड बनने से शहर के भीतर ट्रैफिक का दबाव कम होगा। यातायात को रफ्तार मिलेगी।
जमीन का होगा अधिग्रहण
धंतिया, परसाखेड़ा, रसूला चौधरी, बालकोठा, बादशाहनगर, सारनिया, रहपुरा जागीर, महेशपुरा अटरिया, रोहता मुस्तकिल, रोहता अहतमली, साहसिया हुसैनपुर अहतमली, साहसिया हुसैनपुर मुस्तकिल, सरायतल्फी मुस्तकिल, सरायतल्फी अहतमली, महगवां, बिरिया नरेंद्रपुर, इटावा सुखदेवपुर, बहतीदह जागीर, रौंधी मुस्तकिल, महेशपुर ठकुरान, बुखारा, चौबारी मुस्तकिल, बरीनगला, उमरसिया, लखौरा, दुबारी, पालपुर कमालपुर, धौरपुर ठकुरान, परतासपुर, सैदपुर लश्करीगंज, सुंदरपुर, रजऊ परसपुर।
एनएचएआई प्रोजेक्ट डायरेक्टर बीपी पाठक ने बताया कि डीपीआर तैयार किया जा रहा है। अभियंताओं की टीम इस पर काम कर रही है। भूमि अधिग्रहण की मंजूरी मिलने के बाद प्रक्रिया को रफ्तार मिलेगी।
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