Bihar में बनेगा फोरलेन हाईवे, 25 गांवों की जमीन अधिग्रहण होगी, 765 करोड़ खर्च होंगे
Bihar News : बिहार में एक और फोर लेन सड़क की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है. इस परियोजना पर 765 करोड रुपए की लागत राशि आने वाली है. इस फोरलेन सड़क के लिए 25 गांवों की जमीन का अधिग्रहण किया जाएगा। पेब्ड शोल्डर के अलावा इस फोरलेन की ड्रेनेज व्यवस्था को बेहतर बनाया जाएगा। फोरलेन बनाने से शहर के बाजारों में जाम की समस्या हल होगी।
Bhagalpur Hansdiha Four-lane Project : बिहार के भागलपुर से हंसडीहा तक फोरलेन सड़क की प्रक्रिया अब शुरू हो चुकी है। पहले चरण के तहत भागलपुर से हंसडीहा के बीच बनने वाली फोरलेन सड़क के लिए ढाका मोड तक प्रक्रिया शुरू हो गई है. इस फोरलेन सड़क के लिए सड़क परिवहन व राजमार्ग मंत्रालय ने जमीन अधिग्रहण के लिए गजट जारी कर दिया है. बता दे कि बांका के रजौन प्रखंड के 25 गांवों की 33.75 हेक्टेयर जमीन अधिग्रहण की जानी है. NH-133 का मामला जमीन अधिग्रहण की वजह से अटका हुआ था.
फोरलेन सड़क के पहले चरण का काम जल्द शुरू
बिहार में भागलपुर से हंसडीहा के बीच बनने वाले फोरलेन सड़क के पहले चरण का काम जल्द शुरू होने वाला है. पहले चरण के तहत ढाका मोड तक सड़क का काम किया जाएगा. सड़क परिवहन में राजमार्ग मंत्रालय ने भूमि अधिग्रहण के लिए गजट सूचना जारी कर दी है. जमीन अधिग्रहण की प्रक्रिया इसके माध्यम से अब पूरी होने वाली है. इस फोरलेन सड़क के लिए राजमार्ग मंत्रालय की तरफ से प्रकाशन जारी होने के बाद टेंडर प्रक्रिया में तेजी आएगी. बता दें कि बांका के रजौन प्रखंड के 25 गांवों की 33.57 हेक्टेयर जमीन फोरलेन सड़क के लिए अधिग्रहण की जानी है.
NH-133ई का मामला अटका
भूमि अधिग्रहण की वजह से NH 133 ई का मामला अटका हुआ था। जानकारी के लिए बता दें कि पिछले वर्ष सितंबर में राजमार्ग मंत्रालय ने भागलपुर से ढाका मोड़ के खंडेरा गांव तक NH-133 ई के लिए 765 करोड रुपए की लागत से टेंडर प्रक्रिया जारी की थी, लेकिन निजी भूमि की वजह से मामला बीच में ही अटक गया था. जहां से यह फोरलेन सड़क गुजरनी थी वहां पर कुछ मकान जद में आ रहे थे. इसके बाद विरोध प्रदर्शन होने के बाद टेंडर प्रक्रिया पूरी नहीं हो सकी थी.
रिपोर्ट न बनने की वजह से लंबित रहा है मामला
बांका के जिला भू-अर्जन कार्यालय मैं रिपोर्ट न बन पाने की वजह से मामला कई दिनों तक के बीच में ही अटका रहा है. इसी साल जून महीने में भागलपुर के अधीक्षण अभियंता ने बांका के जिला अधिकारियों से आग्रह करते हुए कहा कि अगर यह मसला जल्द नहीं निपटाया गया तो राजमार्ग मंत्रालय टेंडर रद्द करके यह धनराशि किसी दूसरी योजना में लगा देगा. लेकिन अब बांका के राजाओं प्रखंड के 33 हेक्टेयर जमीन की 3D रिपोर्ट राजमार्ग मंत्रालय को भेज दी गई है. राजमार्ग मंत्रालय के तरफ से इसका प्रकाशन भी अब कर दिया गया है.
इन गांवों की ली जायेगी जमीन
रजौन प्रखंड के जीवनचक, मुनियाचक, मोसिनचक, सतबिधी, नियामतपुर, जोअड़चक, सांझा, अगियाचक, टिकुनी, मढ़ई, खैरा, खिफायतपुर, भूसिया, बनगांव, मोरामा, चांदपुर मलिक, सोहनी, पुनसिया, धौनी, जोहावचक, श्यामपुर, कटियामा, बखाराबेला, खिद्दी, साफियाचक व केवारी गांव की जमीन अधिग्रहण की जानी है. इंजीनियरिंग प्रिक्योरमेंट कंस्ट्रक्शन (इपीसी ) मोड में बनेगी हंसडीहा रोड, यानी एनएच-133ई, का निर्माण इपीसी मोड में होगा, जिससे पानी निकासी में सुधार होगा।
बाजारों में जाम की समस्या हल होगी
पेब्ड शोल्डर के अलावा इस फोरलेन की ड्रेनेज व्यवस्था को बेहतर बनाया जाएगा। फोरलेन बनाने से शहर के बाजारों में जाम की समस्या हल होगी। बता दे की 36 किलोमीटर फोरलेन का निर्माण भागलपुर के बायपास थाना के सामने से खड़हरा गांव (ढाका मोड़) तक होगा। इसके लिए 765 करोड़ रुपये खर्च होंगे। इस परियोजना से जगदीशपुर, बलुआचक, रजौन और पुनसिया नगर में पानी निकासी के लिए बेहतर ड्रेनेज प्रणाली बनाई जाएगी। संकरी सड़क होने पर इन जगहों पर जाम नहीं होगा। 14 से 69 मीटर चौड़ी फोरलेन सड़क होगी।