यमुना एक्सप्रेसवे और ईस्टर्न पेरिफेरल को जोड़ना पड़ेगा महंगा, बढ़ गई इतनी लागत
Saral Kisan : यमुना और ईस्टर्न पेरीफेरल एक्सप्रेसवे को जोड़ने वाले इंटरचेंज के निर्माण की लागत लगभग 47 करोड़ रुपये बढ़ी है। निर्माण की बढ़ी लागत को भुगतान करने के लिए नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया (एनएचएआई) ने योजना बनाई है। यह इंटरचेंज जगनपुर अफजलपुर में होना चाहिए।
यमुना एक्सप्रेसवे और ईस्टर्न पेरीफेरल एक्सप्रेसवे को जोड़ने के लिए जगनपुर अफजलपुर में एक इंटरचेंज बनाना है। 2018 में इसे बनाने का टेंडर हुआ था। किसानों की मांगों के चलते काम शुरू नहीं हुआ। किसानों को मुआवजे के लिए पहले ही यमुना प्राधिकरण ने सहमत कर लिया है। अब प्राधिकरण ने जगनपुर अफजलपुर में आबादी के लिए भूखंड देने का अनुरोध किया है। इसके लिए लगभग 17 हेक्टेयर जमीन चाहिए होगी। किसान प्राधिकरण की कोशिशों से तैयार हो गए हैं। काम जल्द ही शुरू हो जाएगा। इस इंटरचेंज का निर्माण वाहन चालकों के लिए आसान होगा। यमुना एक्सप्रेसवे पर वाहनों का दबाव भी प्रभावित होगा।
NHAI 78.9 प्रतिशत धन देगा: 2018 में कंपनी को इंटरचेंज के लिए चुना गया था। 75 करोड़ रुपये का काम उस समय था। पांच वर्षों में निर्माण लागत बढ़ी। इसका पुनरावलोकन किया गया है। वर्तमान में इसके निर्माण पर 122.89 करोड़ रुपये खर्च होने वाले हैं। एनएचएआई को इसके निर्माण में सबसे अधिक हिस्सेदारी देनी होगी, इसलिए एनएचएआई से भी अप्रूवल लिया गया है। NHAI 78.9 प्रतिशत और यमुना प्राधिकरण 21.1 प्रतिशत धन इसके निर्माण में देंगे। NHAI ने इसे मंजूर किया है। उम्मीद है कि जल्द ही इंटरचेंज बनाने की प्रक्रिया शुरू हो सकती है।
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