उत्तर प्रदेश के इस एक्सप्रेसवे के किनारे बनाई जाएगी औद्योगिक सिटी, 368 एकड़ जमीन का होगा अधिग्रहण
UP News : यूपी में एक्सप्रेस-वे किनारे औद्योगिक गलियारे का विकास किया जा रहा है। प्रथम चरण में 370 एकड़ जमीन अधिग्रहित कर उसे उद्यमियों को आवंटित किया जा चुका है।
Saral Kisan : गोरखपुर लिंक एक्सप्रेस वे के दोनों तरफ विकसित किए जा रहे औद्योगिक गलियारे (industrial corridor) के लिए जमीनों की रजिस्ट्री शुरू हो गई है। अब तक 40 किसानों से 12 एकड़ जमीन की रजिस्ट्री हो चुकी है। कुल 368 एकड़ जमीन की रजिस्ट्री होनी है। इसके लिए चार गांवों चकभोप, चकफत्ता, बरउर एवं ककना के किसानों की जमीनें ली जानी हैं।
सहजनवां तहसील क्षेत्र स्थित गीडा में अब अधिकांश प्लॉटों पर फैक्टरियां लग चुकी हैं, या लग रही हैं। इसके बाद अब गोरखपुर लिंक एक्सप्रेस वे किनारे औद्योगिक गलियारे का विकास (Industrial corridor development) किया जा रहा है। प्रथम चरण में 370 एकड़ जमीन अधिग्रहित कर उसे उद्यमियों को आवंटित किया जा चुका है।
इसके बाद अब 368 एकड़ जमीन और अधिग्रहित की जानी है। इसके लिए सहजनवां तहसील प्रशासन ने जमीन की रजिस्ट्री शुरू कर दी है। गीडा सीईओ अनुज मलिक का कहना है कि इन जमीनों का अधिग्रहण कर बड़ी कंपनियों को आवंटित किया जाएगा, जिससे गोरखपुर में औद्योगिक विकास तेजी से हो सके।
गोरखपुर में औद्योगिक विकास के लिए मुख्यमंत्री की विशेष पहल का उद्यमियों पर यह असर हो रहा है कि वे अपने नए उद्योग गोरखपुर के औद्योगिक क्षेत्र में लगाने पर ध्यान दे रहे हैं। पेप्सिको और ज्ञान डेयरी को प्लॉट आवंटन के बाद कई और बड़े उद्यमी गोरखपुर में जमीन के लिए प्रशासन से संपर्क कर रहे हैं। पिछले दिनों अडाणी समूह ने भी सीमेंट फैक्टरी के लिए जमीन की डिमांड की थी।
करीब 13500 एकड़ में फैले गोरखपुर औद्योगिक विकास प्राधिकरण क्षेत्र में अधिकांश प्लाॅट उद्योगों के लिए आवंटित हो चुके हैं। इसके बाद औद्योगिक गलियारा विकसित किया जा रहा है। पेप्सिको और ज्ञान डेयरी प्लांट के बाद कई और बड़ी इकाइयों के भी गोरखपुर आने की संभावना है। इसे देखते हुए ही औद्योगिक गलियारे के विस्तारीकरण के लिए जमीनों का अधिग्रहण किया जा रहा है।
ये पढ़ें : उत्तर प्रदेश की ये झील पर मिलेगा नैनीताल जैसा नजारा, योगी सरकार ने खोला खजाना