Nagaur : नागौर के किसान ने जीरे की खेती में किया नया प्रयोग, ग्रीन हाउस में फसल कर रही अच्छी वृद्धि

Success Story : नागौर के एक किसान ने फसल के चक्र परिवर्तन के लिए ग्रीन हाउस में जीरे की खेती कर दी आज बाहरी जीरे की खेती के बजाय ग्रीन हाऊस का जीरा ज्यादा वृद्धि कर रहे हैं तथा लोगों में किसी प्रकार का रोग नहीं लग रहा है. वहीं किसान ने बताया कि ज्यादा खारा पानी होने की वजह से सब्जी की खेती मे परेशानी आती है.
 

Saral Kisan : किसानों के द्वारा खेती में नवाचार किया जाता है इसका मुख्य कारण फसल का अधिक उत्पादन करना होता है. ऐसे ही नागौर के एक किसान के द्वारा किया गया है. नागौर के एक किसान द्वारा ग्रीन हाऊस में जीरे की खेती की गई है. इसका मुख्य कारण जमीन को पलटना यानि फसल चक्र परिवर्तन करना है.

आप भी जानते हैं कि ग्रीन हाउस में सब्जियों की खेती की जाती है. ग्रीन हाउस में तरह-तरह की खेती जैसे शिमला मिर्च खीरा ककड़ी तथा अनार की खेती के लिए ग्रीन हाउस का प्रयोग किया जाता है क्योंकि अनावश्यक धूप तथा अन्य लगने वाले कीटों से लगाई गई फसल की सुरक्षा कर सकें लेकिन नागौर के एक किसान ने ग्रीन हाउस में खेती का नवाचार किया है.

फसल का चक्र परिवर्तन जरूरी

भवाद गांव के रहने वाले मुल्तानराम ने फसल के चक्र परिवर्तन के लिए ग्रीन हाउस में जीरे की खेती कर दी आज बाहरी जीरे की खेती के बजाय ग्रीन हाऊस का जीरा ज्यादा वृद्धि कर रहे हैं तथा लोगों में किसी प्रकार का रोग नहीं लग रहा है. वहीं किसान ने बताया कि ज्यादा खारा पानी होने की वजह से सब्जी की खेती मे परेशानी आती है. जिसके कारण जीरा को ग्रीन हाऊस में लगाया जिसका रिस्पॉन्स अच्छा मिल रहा है. वहीं वृद्धि भी अच्छी कर रहा है.

ग्रीन हाऊस में सफल हुई जीरे की खेती

मुल्तान राम ने बताया जब मैंने जीरे की खेती ग्रीन हाउस में सफल हुई है खेतों की बजाए यहां पर जीरे ज्यादा वृद्धि कर रहे हैं . इनमें किसी प्रकार का रोग नहीं लगा है इनको ज्यादा ठंड से भी बचाया गया. यह मूंग मात्र 80 दिन में तैयार हो जाएगें और इनकी कटाई की जाएगी. किसान का कहना है कि ग्रीन हाऊस मे लगाया जीरा चमकदार व दाना मोटा होता है. जिससे अन्य जीरे के बजाय ज्यादा भाव मिलते है. वही किसान ने बताया कि इसमे कीट पतंगों व रोग लगने का कम चांस होता है.

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