Bihar के किसान को लंबी लौकी ने किया मालामाल, खेत में ही हो जाती है बिक्री

राजेश कुमार बताते हैं कि उन्हें खेती किसानी में कृषि विज्ञान केंद्र पिपरा कोठी के कृषि वैज्ञानिकों का सहयोग लगातार मिलता रहा है।
 

Saral Kisan : बिहार के पूर्वी चंपारण जिले के पिपरा कोठी प्रखंड के सूर्यपुर पंचायत में रहने वाले रिटायर फौजी राजेश कुमार 8 कट्ठा जमीन में लौकी की खेती करते हैं। उनके अनुसार, हर दिन उनके खेत से 400 से 500 लौकी निकलती हैं। इन लौकी की पैदावार को गोपालगंज और सीवान जिलों के व्यापारी खेत पर आकर उचित मूल्य पर खरीद ले जाते हैं।

राजेश कुमार बताते हैं कि उन्हें खेती किसानी में कृषि विज्ञान केंद्र पिपरा कोठी के कृषि वैज्ञानिकों का सहयोग लगातार मिलता रहा है। वे बताते हैं कि कृषि वैज्ञानिक विभिन्न वैज्ञानिक पद्धतियों और फसल रख-रखाव से संबंधित जानकारी प्रदान करते हैं।

राजेश कुमार यह भी बताते हैं कि गोपालगंज और सीवान जिला सहित दूर-दूर से व्यापारी लौकी खरीदने के लिए उनके खेत पर आते हैं और वहां ही उन्हें सब्जी की पैदावार के उचित मूल्य देते हैं।

किसान राजेश कुमार बताते हैं कि उन्हें खेती किसानी में कृषि विज्ञान केंद्र पिपरा कोठी के कृषि वैज्ञानिकों का सहयोग लगातार मिलता रहा है. कृषि वैज्ञानिक उनके खेत पर आकर विभिन्न वैज्ञानिक पद्धतियों एवं फसल रख-रखाव से संबंधित जानकारी देते हैं

किसान राजेश कुमार बताते हैं कि लौकी खरीदने के लिए गोपालगंज और सीवान जिला सहित दूर-दूर से व्यापारी आते हैं और खेत पर ही उन्हें सब्जी की पैदावार की उचित मूल्य दे देते हैं.

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