राजस्थान में फ्री राशन गेहूं चावल लेने के लिए 30 जून से पहले करवा ले यह काम, बाद में पछताना नहीं पड़ेगा
Rajasthan News : जयपुर राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा से जुड़े नामों का सत्यापन राशन कार्डों की ई-केवाईसी के जरिए किया जा रहा है। कार्डधारक राशन डीलर के यहां पहुंचकर अपना केवाईसी करा रहे हैं। जिस परिवार के सदस्य का अंगूठा ई-पोस मशीन में फिट नहीं होगा, उसके राशन कार्ड से यूनिट काट ली जाएगी। सभी कार्डधारकों को 30 जून तक केवाईसी कराना है। इधर, राशन डीलरों के यहां केवाईसी कराने के लिए लोगों की लंबी कतार लग रही है। ई-पोस मशीन पर केवाईसी के लिए सर्वर काफी धीमा चल रहा है, जिससे भीषण गर्मी में लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। रसद विभाग ने केवाईसी की जिम्मेदारी राशन डीलर को सौंप दी है।
जिले में वर्तमान में 30 लाख लोगों को राशन का गेहूं मिलता है। इन पात्र लाभार्थियों को अपने कार्ड से जुड़े सदस्यों का केवाईसी कराना होगा। जिले में 1729 राशन दुकानों पर ई-केवाईसी की जा रही है। इनमें जयपुर शहर में 562 और ग्रामीण क्षेत्र में 1167 दुकानें हैं। राशन वितरण के साथ ही राशन डीलर अंगूठे का निशान लगवाकर राशन कार्ड यूनिट का सत्यापन भी कर रहे हैं।
जिस सदस्य का केवाईसी नहीं होगा, उसका नाम हटाया जाएगा
ई-केवाईसी के लिए राशन कार्ड में अंकित पूरे परिवार के सदस्यों के फिंगरप्रिंट भी ई-पोस मशीन में लगाए जाएंगे। ई-पोस मशीन में अंगूठा फिट नहीं होने पर यूनिट राशन कार्ड से काट दी जाएगी। जिसके बाद उस सदस्य को राशन नहीं मिलेगा। केवाईसी के लिए आधार और राशन कार्ड नंबर अनिवार्य कर दिया गया है। वहीं, जिन बुजुर्गों के फिंगरप्रिंट नहीं हैं, उनका आधार अपडेट किया जाएगा। सरकार ने इस योजना में अनियमितता रोकने के लिए केवाईसी अनिवार्य कर दिया है। केवाईसी करवाना सभी के लिए अनिवार्य है। जिले में अब तक 54 प्रतिशत लक्ष्य हासिल हो चुका है।
आधार व राशन कार्ड नंबर जरूरी
केवाईसी के लिए जन वितरण प्रणाली की दुकान पर राशन कार्ड नंबर और आधार नंबर बताना होगा. परिवार के जिन-जिन सदस्यों का नाम राशन कार्ड में है, उन सबको अपनी ऊंगलियों की छाप देनी होगी और आधार नंबर दर्ज कराना होगा. केवल परिवार के मुखिया के अकेले केवाईसी कराने से काम नहीं चलेगा.