राजस्थान में इस शहर से हटाए जाएंगे अवैध अतिक्रमण, दो चरणों में होगी कार्रवाई
Jaipur News : अतिक्रमण निरोधक समिति की बैठक में लिए गए निर्णय, बैठक में ग्रेटर नगर निगम क्षेत्राधिकार में हो रहे अवैध अतिक्रमण के खिलाफ कार्रवाई करने तथा नगर निगम क्षेत्राधिकार की भूमि को अवैध अतिक्रमण से मुक्त कराने के संबंध में विस्तृत चर्चा की गई।
Rajasthan News : जयपुर नगर निगम ग्रेटर की अतिक्रमण निरोधक समिति की बैठक ईसी मीटिंग हॉल में हुई। बैठक में ग्रेटर नगर निगम क्षेत्राधिकार में हो रहे अवैध अतिक्रमण के खिलाफ कार्रवाई करने तथा नगर निगम क्षेत्राधिकार की भूमि को अवैध अतिक्रमण से मुक्त कराने के संबंध में विस्तृत चर्चा की गई।
अतिक्रमण निरोधक समिति के अध्यक्ष लक्ष्मण नूनीवाल ने उपायुक्त सतर्कता से अब तक हटाए गए स्थाई व अस्थाई अतिक्रमणों की जानकारी ली। अवैध व अस्थाई अतिक्रमण के खिलाफ और अधिक सख्ती से कार्रवाई करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि अवैध, अस्थाई अतिक्रमण अब दो शिफ्टों में कार्रवाई की जाए, ताकि शहर को अवैध अतिक्रमण से मुक्त कराया जा सके। उन्होंने कहा कि शाम होते ही बाजारों में अस्थाई अतिक्रमण बढ़ने लगता है। इससे आमजन को यातायात की समस्या का सामना करना पड़ता है। दो शिफ्टों में टीमें बनाकर इस पर नियंत्रण किया जा सकता है।
बैठक में समिति सदस्य महेश सैनी, गोविंद छीपा, हिमांशु जैन, उषा टाटीवाल, वीरेंद्र पाल, नरेंद्र कुमार भोजक, उपायुक्त सतर्कता अजय कुमार, जोन उपायुक्त, सतर्कता शाखा की टीम, स्वास्थ्य निरीक्षक व संबंधित अधिकारी व कर्मचारी मौजूद रहे। उन्होंने निर्देश दिए कि नगर निगम की जमीन पर जिन लोगों ने अतिक्रमण कर रखा है, उनकी रिपोर्ट दी जाए। इससे उन जमीनों को भी कब्जे से मुक्त कराया जा सकेगा।
बिना अनुमति के बनाए गए डुप्लेक्स विला को ध्वस्त किया
जयपुर जेडीए प्रवर्तन दस्ते ने जोन-10 इकोलॉजिकल जोन में बिना अनुमति के बनाए जा रहे अवैध विला को ध्वस्त किया। मुख्य नियंत्रक प्रवर्तन महेंद्र कुमार शर्मा ने बताया कि जोन-10 में बाबा बालकनाथ आश्रम के पीछे अस्वीकृत योजना द्वारकापुरी में जेडीए की अनुमति के बिना 12 अवैध विला निर्माण पर जेडीए एक्ट के तहत अवैध निर्माण हटाने के लिए नोटिस दिए गए थे। निर्धारित समय बीत जाने के बाद भी निर्माणकर्ता ने अवैध निर्माण नहीं हटाया। इस मामले में सक्षम स्तर से स्वीकृति के बाद प्रवर्तन दस्ते ने जोन-10 के राजस्व एवं तकनीकी स्टाफ की देखरेख में अवैध विला को ध्वस्त किया।