सेहत के लिए खतरनाक होते परफ्यूम, डिटर्जेंट, रूम स्प्रे और शैंपू, एलर्जी का होता है खतरा 
 

Perfumes Health Risks: आज के समय में बड़े स्तर पर डिटर्जेंट रूम स्प्रे और शैंपू, परफ्यूम का प्रयोग किया जाता है. इनकी सुगंध मनमोहक होती है। इन उत्पादों में प्रयोग होने वाले रसायन स्वास्थ्य के लिए बहुत ही हानिकारक होते हैं.

 

Deodorants Health Risk : खुशबू का इस्तेमाल खुशी देता है। डिप्रेशन से उबरने में भी मदद करता है। लेकिन यह 100 फीसदी सुरक्षित नहीं है। इसके जोखिम भी हैं, जो आपको अचानक या धीरे-धीरे बीमार कर सकते हैं। सिंथेटिक खुशबू में इस्तेमाल होने वाले केमिकल सेहत पर नकारात्मक असर डाल सकते हैं। इससे सिरदर्द, अस्थमा, दिल और नसों से जुड़ी समस्याएं हो सकती हैं। एलर्जी और शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता भी प्रभावित होती है। 

छह हजार से ज्यादा ऑर्गेनिक केमिकल का इस्तेमाल

खुशबू और फ्लेवर डेवलपमेंट सेंटर,  कन्नौज के निदेशक वीवी शुक्ला के मुताबिक, 'सिंथेटिक खुशबू में छह हजार से ज्यादा ऑर्गेनिक केमिकल का इस्तेमाल होता है।  डिटर्जेंट, रूम स्प्रे, डियोड्रेंट-शैम्पू आदि में इसका इस्तेमाल बढ़ गया है। सिंथेटिक रसायनों की पहचान एलर्जी, हार्मोन डिसरप्टर, अस्थमा ट्रिगर और न्यूरोटॉक्सिन के रूप में की गई है। सुगंध का वैश्विक कारोबार करीब 2 लाख करोड़ रुपये का है। इसमें भारत का योगदान 2 हजार करोड़ रुपये है।

बॉडी स्प्रे से निकलने वाले केमिकल 

विशेषज्ञों के मुताबिक खुशबू में इस्तेमाल होने वाले कुछ यौगिक फेफड़ों से खून में मिल जाते हैं, जो शरीर में हॉरमोन की तरह काम कर सकते हैं। इनसे कई तरह की स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं। शरीर पर स्प्रे किए जाने वाले सुगंधित केमिकल त्वचा से होते हुए खून में जा सकते हैं। इसलिए परफ्यूम का इस्तेमाल संतुलित तरीके से करना चाहिए।