मोबाइल रिचार्ज और भी होंगे महंगे! जानिए क्यों उठा रही टेलिकॉम कंपनियां ऐसे कदम

Mobile Telecom Services : भारतीय टेलीकॉम कंपनियां अब टैरिफ दरों में बढ़ोतरी करने की तैयारी कर रही है। आम जनता की जेब पर अब ज्यादा असर पड़ने वाला है। टेलीकॉम कंपनियों ने 3 जुलाई को भी टैरिफ में 25 फीसदी तक की बढ़ोतरी की थी। आने वाले समय में भी टेलीकॉम सेवाओं की लागत और ज्यादा बढ़ाने वाली है।

 

Telecom Tariff Plan : निजी कंपनियों ने ग्राहकों से वसूली का रोडमैप बनाया हैं । मोबाइल टेलीकॉम सेवाओं की लागत और बढ़ जाएगी। अगले 12 महीनों में ये कंपनियां बार-बार टैरिफ बढ़ाएंगी। आपको जानकारी होगी की 3 जुलाई को टैरिफ में 25 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है। केयरएज रेटिंग्स के अनुसार, इस बढ़ोतरी से टेलीकॉम कंपनियों जियो, एयरटेल और Vodafone-Idia की औसत प्रति यूजर आय 182 रुपये से 15 प्रतिशत बढ़कर 220 रुपये हो गई है। 

इस कदम का मुख्य कारण यह है कि कंपनियां बढ़ती लागतों को पूरा करने और राजस्व को बढ़ाने की कोशिश कर रहे हैं। टैरिफ में वृद्धि से कंपनियों को नवीनतम तकनीकों में निवेश करने, अपने नेटवर्क को विस्तार करने और अपनी सेवाओं की गुणवत्ता में सुधार करने में मदद मिलेगी।

भारत दुनिया का सबसे सस्ता टेलीकॉम मार्केट

भारती एंटरप्राइजेज के चेयरमैन सुनील कहते हैं, 'प्रति यूजर आय 300 रुपये तक पहुंचने के बाद भी भारत दुनिया का सबसे सस्ता टेलीकॉम मार्केट बना रहेगा।'  दूरसंचार विभाग के सदस्य (वित्त) मनीष सिन्हा के अनुसार, 2018-19 में कंपनियों की प्रति यूजर औसत आय 100 रुपये थी। वित्त वर्ष 2023-24 में यह बढ़कर 182 रुपये हो गई। इसमें 86% हिस्सा 4जी का और 14% हिस्सा 5जी का था।

प्रति यूजर आय को 80 रुपये तक बढ़ाने का रोडमैप

रेटिंग एजेंसियों के अनुसार, दूरसंचार कंपनियां अगले कुछ सालों में प्रति यूजर आय को 80 रुपये तक बढ़ाने के रोडमैप पर काम कर रही हैं। केयरएज रेटिंग्स ने कहा, "हमारे विश्लेषण के अनुसार, आरपीयू में हर 1 रुपये की बढ़ोतरी से दूरसंचार उद्योग के मुनाफे में 1,000 करोड़ रुपये की बढ़ोतरी होती है।

92% मार्केट शेयर सिर्फ 3 कंपनियों का

कंपनी मार्केट शेयर
रिलायंस जियो 40.3%
भारती एयरटेल 33.1%
वोडाफोन आइडिया 18.8%
बीएसएनएल एमटीएनएल 7.74%


10 साल में 4 गुना बढ़ी डेटा खपत

इस साल मई में जियो के ग्राहक 35 लाख और एयरटेल 9 लाख बढ़े हैं। इन दोनों कंपनियों के विपरीत वोडाफोन-आइडिया के ग्राहक एक महीने में 17 लाख घटे हैं। देश में इंटरनेट की पहुंच 2014 में सिर्फ 13.5% थी, जो 2024 तक चार गुना बढ़कर 52.2% हो जाएगी। 2018-19 और 2022-23 के बीच टेलीकॉम इंडस्ट्री की आय में 1 लाख करोड़ रुपए की बढ़ोतरी हुई है। 2016 में 4G सेवाएं शुरू होने के बाद टैरिफ में कमी की गई थी। इसके बाद देश में इंटरनेट की पहुंच तेजी से बढ़ी। अब जी की सेवाएं शुरू हो गई हैं। तकनीक के आगे बढ़ने के साथ ही डेटा का इस्तेमाल भी बढ़ रहा है। कंपनियां इस ट्रेंड का फायदा उठाने की कोशिश कर रही हैं।

7 साल में 36% बढ़ सकता है टैरिफ

बैंक ऑफ अमेरिका बैंक ऑफ अमेरिका का मानना ​​है कि भारत में अगले 5 साल में टेलीकॉम की कीमतें 13.6% बढ़कर 250 रुपए और 7 साल में  36.4% बढ़कर 300 रुपए हो जाएंगी। सिटी रिसर्च का अनुमान है कि आने वाले सालों में एयरटेल सबसे ज्यादा टैरिफ बढ़ाएगी।  वर्ष 2025-26 तक यह 270 रुपये और वर्ष 2027 तक 305 रुपये तक पहुंच सकता है।