Budget Tips : अधिक आय वाले लोगों के घरेलू खर्च कम, बचत 20% अधिक
Salary Saving Tips : भारत में उच्च आय वाले व्यक्ति कम आय वाले व्यक्तियों की तुलना में अपनी कमाई का बड़ा हिस्सा बचाते हैं। 50,000 रुपये प्रति माह से अधिक कमाने वाले 72% लोग अधिक बचत करते हैं। वहीं, कम आय वाले समूह में केवल 51% ही ऐसा करते हैं।
मनीव्यू सेविंग्स इंडेक्स-2024 के सर्वेक्षण में यह जानकारी सामने आई है। टियर-1, टियर-2 और टियर-3 शहरों में किए गए इस सर्वेक्षण में दो आय समूहों (30 हजार रुपये से 50 हजार रुपये और 50 हजार रुपये से अधिक) के बचत व्यवहार को समझा गया। इसमें सामने आया कि उच्च आय वाले लोग कम आय वालों की तुलना में घरेलू खर्च में 15% की कमी करते हैं, जबकि उनसे 20% अधिक बचत करते हैं। मनीव्यू के चीफ मार्केटिंग ऑफिसर प्रशांत नायडू का कहना है कि अब बदलती जरूरतों को पूरा करने के लिए उसी के अनुरूप वित्तीय समाधान की जरूरत है।
30 से ऊपर के लोग 25% बचत कर रहे हैं
सर्वे के अनुसार, 30 वर्ष और उससे अधिक आयु के लोग बचत और निवेश पर अधिक ध्यान देते हैं। वे अपनी मासिक आय का लगभग 25 प्रतिशत बचाते हैं, जबकि इससे कम आयु के युवा अपनी आय का केवल 10 से 15 प्रतिशत ही बचाते हैं।
आय का 25 प्रतिशत ऋण चुकाने में जा रहा है
25,000 रुपये। 50,000 रुपये से कम आय वाले लोग अपनी कुल आय का 50 प्रतिशत घरेलू खर्चों पर, 25 प्रतिशत ऋण की किस्तों पर और 10-15 प्रतिशत बचत पर खर्च करते हैं। 25,000 रुपये। 50,000 रुपये से अधिक आय वाले लोग 35 प्रतिशत घरेलू खर्चों पर, 15 प्रतिशत ऋण की किस्तों पर और 25 से 35 प्रतिशत बचत और निवेश पर खर्च करते हैं।
बचत खातों में कम आय वाले लोगों का पैसा
म्यूचुअल फंड और शेयर बाजार में कम आय वर्ग के लोगों की रुचि बढ़ रही है। फिर भी वे FD और बचत खातों जैसे सुरक्षित विकल्पों को प्राथमिकता देते हैं। इसके पीछे मुख्य कारण कम जोखिम और कम अवधि का निवेश है। • उच्च आय वाले लोग FD, बीमा और म्यूचुअल फंड को प्राथमिकता दे रहे हैं। यानी जैसे-जैसे वित्तीय साक्षरता बढ़ती है, इसके प्रबंधन में आत्मविश्वास बढ़ता है। वे पारंपरिक बचत खातों से परे निवेश के रास्ते तलाशते हैं।
संपत्ति के लिए बचत करने वाले ज्यादातर लोगों, 75% के पास विशिष्ट लक्ष्य होते हैं। अधिकतम 21% संपत्ति खरीदना चाहते हैं। इसके बाद शिक्षा, आपातकालीन निधि, विवाह और बच्चों की शिक्षा शामिल हैं।