गर्मी और बाढ़ के कारण देश में चाय का उत्पादन घटा, थोक कीमतों में हुई 20% वृद्धि 

Tea Board : अब चाय आपके घर का बजट भी बढ़ा सकती है। दरअसल, भीषण गर्मी और फिर बारिश के कारण देश के प्रमुख चाय उत्पादक क्षेत्रों में उत्पादन प्रभावित हुआ है। इसके कारण चाय की थोक कीमतों में 20% की वृद्धि हुई है।
 

Tea Board : अब चाय आपके घर का बजट भी बढ़ा सकती है। दरअसल, भीषण गर्मी और फिर बारिश के कारण देश के प्रमुख चाय उत्पादक क्षेत्रों में उत्पादन प्रभावित हुआ है। इसके कारण चाय की थोक कीमतों में 20% की वृद्धि हुई है। चाय बोर्ड के आंकड़ों के अनुसार जून के अंतिम सप्ताह में चाय की औसत कीमत 217.53 रुपये प्रति किलोग्राम हो गई, जो एक साल पहले 181.22 रुपये प्रति किलोग्राम थी। 

इस मूल्य वृद्धि से चाय के निर्यात में कमी आने की उम्मीद नहीं है, क्योंकि कीटनाशकों पर प्रतिबंध के बाद कई खरीदार अपने ऑर्डर बढ़ा रहे हैं।  देश के चाय बोर्ड के पूर्व चेयरमैन प्रभात बरुआ कहते हैं कि मई में देश का चाय उत्पादन एक साल पहले की तुलना में 30% घटकर 909.2 लाख किलोग्राम रह गया। यह एक दशक से भी ज़्यादा समय में मई का सबसे कम उत्पादन है। 2023 में रिकॉर्ड 139.4 करोड़ किलोग्राम उत्पादन हुआ। लेकिन 2024 में यह 10 करोड़ किलोग्राम (7.2%) घटकर 129.40 करोड़ किलोग्राम रह सकता है।

चार महीनों में चाय का निर्यात 37 प्रतिशत बढ़ा

2024 के पहले 4 महीनों में चाय का निर्यात एक साल पहले की तुलना में 37% बढ़कर 92 मिलियन किलोग्राम हो गया। देश से सीटीसी ग्रेड की चाय मिस्र, ब्रिटेन जाती है, जबकि पारंपरिक किस्म की चाय इराक, ईरान और रूस को निर्यात की जाती है।