उत्तर प्रदेश में है दुनिया का सबसे बड़ा स्कूल, 5 विद्यार्थियों के साथ किया गया था स्थापित

largest school of the world : हमारे देश में हजारों की संख्या में स्टूडेंट बहुत सारे स्कूलों में अपनी शिक्षा ग्रहण करते हैं। विद्यार्थी जिस भी स्कूल में पढ़ते हैं वह उनके लिए बेस्ट स्कूल ही होता है। शिक्षा के क्षेत्र में बेहतर सुविधाओं की बात होती है तो आपके मन में भी विदेश का ख्याल आता होगा। लेकिन क्या आपको पता है कि दुनिया का सबसे बड़ा स्कूल भारत में मौजूद है। 

 

City Montessori School Lucknow : बच्चों के बेहतर भविष्य के लिए अच्छे स्कूलों का होना बहुत ज्यादा जरूरी होता है। वैसे तो हर स्कूल अपने आप में बेस्ट होता है और बच्चों के लिए हर सुविधा उपलब्ध कराने की कोशिश भी की जाती है। लेकिन दुनिया का सबसे बड़ा स्कूल भारत में उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में स्थित है। नवाबों की नगरी अपनी अलग बोली से पहचानी जाती है। दुनिया भर में लखनऊ बोली अदब, तहजीब से लखनऊ शहर को जाना जाता है। दुनिया का सबसे बड़ा स्कूल सिटी मोंटेसरी स्‍कूल लखनऊ में स्थित है। 

कब हुई स्कूल की शुरुआत 

इससे स्कूल की शुरुआत वर्ष 1959 में की गई थी। इस स्कूल की शुरुआत मात्र पांच विद्यार्थी के साथ की गई थी। सिटी मोंटेसरी स्कूल (City Montessori School)  के फाउंडर डॉक्टर जगदीश गांधी और डॉक्टर भारती गांधी ने ₹300 उधार लेकर इस स्कूल की शुरुआत की थी। मौजूदा समय में यह स्कूल दुनिया का सबसे बड़ा स्कूल बना हुआ है। वर्तमान समय में इस स्कूल में 58000 स्टूडेंट अपनी पढ़ाई कर रहे हैं। 

क्या-क्या सुविधा है स्कूल में 

दुनिया के सबसे बड़े स्कूल में 20 कैंपस मौजूद हैं। इस स्कूल में 1000 क्लासरूम में स्थापित है। इस स्कूल में शिक्षकों की संख्या करीब 4000 है और 4500 कर्मचारी इसके अलावा काम करते हैं। 

गिनीज बुक ऑफ़ वर्ल्ड रिकॉर्ड में नाम दर्ज 

इस स्कूल को तमाम अवार्ड अभी तक मिल चुके हैं। साल 2019 में इस स्कूल में स्टूडेंटों की संख्या के मामले दुनिया का सबसे बड़ा स्कूल मानते हुए इसका नाम गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज किया गया। इससे रिकॉर्ड के अलावा स्कूल को यूनेस्को अवार्ड से भी सम्मानित किया जा चुका है। स्कूल को 2002 में यूनेस्को प्राइस फॉर पीस अवॉर्ड से नवाजा गया था। 

उम्र के हिसाब से होता है एडमिशन 

दुनिया के सबसे बड़े स्कूल को आईसी बोर्ड से मान्यता प्राप्त है। इस स्कूल में बच्चों को उम्र के हिसाब से प्ले ग्रुप और प्री प्राइमरी स्कूल में एडमिशन दिया जाता है। एडमिशन के दौरान नगर निगम से जन्म प्रमाण पत्र प्राप्त करना होगा। वहीं, कक्षा 3 और उससे ऊपर के स्कूल में एडमिशन दिलाने के लिए बच्चों के पिछले वर्ष के परिणामों, स्कूल द्वारा आयोजित लिखित परीक्षाओं में प्रदर्शन और स्कूल के शिक्षक से साक्षात्कार किया जाता है। इसके बाद प्रवेश दिया जाता है। स् कूल में हर बच्चे का अलग-अलग खर्च होता है।