आसमान में बन रहा दुनिया का पहला ड्रोन सुपर हाईवे, एरो टावर्स दिखाएंगे रास्ता, हवा से भी तेज होगी रफ़्तार

Drone Super Highway : देश विदेश में आपने सड़कों और एक्सप्रेस वे का जाल तो देखा ही होगा। लेकिन अब दुनिया का पहला आसमान में ड्रोन सुपर हाईवे बनाया जा रहा है. इस ड्रोन सुपर हाईवे की लंबाई 165 मिल होगी। 

 

International Desk : सड़कों और एक्सप्रेसवे के बाद दुनिया का पहला ड्रोन सुपर हाईवे जून जुलाई के बीच खुलने वाला है. यह ड्रोन सुपर हाईवे ब्रिटेन  में बनाया जा रहा है। दुनिया के पहले ड्रोन सुपर हाईवे की खास बात यह होगी कि जिसमें पायलट रहित ड्रोन पूरे देश में हाई स्पीड से एक स्थान से दूसरे स्थान तक डिलीवरी दे सकेंगे। इसका निर्माण ड्रोन सॉफ्टवेयर कंपनी एल्टीट्यूड एंजेल के द्वारा किया जा रहा है. बता दें कि यह 165 मील लंबा स्काईवे नेटवर्क मिडलैंड्स में कोवेंट्री को दक्षिणपूर्व में मिल्टन कीन्स से कनेक्ट करेगा. 

प्रोजेक्ट स्काईवे के माध्यम से आसमान में 10 किलोमीटर चौड़ा गलियारा बनाया जा रहा है. यह प्रोजेक्ट अब वास्तविकता बनने के लिए तैयार है। लेकिन इस प्रोजेक्ट को लेकर कई आलोचकों का यह मानना है कि रास्ते में आने जाने वाले लोगों के लिए यह जोखिम भरा होगा. अभी तक ड्रोन को मानव पायलट के बिना नहीं संचालित किया जाता है.

आलोचकों को तीन चिंताएं

ड्रोन सुपरहाईवे के आलोचकों को तीन चिंताएं हैं: दुर्घटनाएं, शोर और निजता का उल्लंघन। एल्टीट्यूड एंजेल ने बताया कि सुपरहाइवे का अधिकांश उपयोगकर्ता फिक्स्ड-विंग ड्रोन होगा, जो लगभग साइलेंट उड़ान भरेंगे। निर्माणकर्ता का दावा है कि 400 फीट की ऊंचाई पर कोई ड्रोन को जमीन से देखने या आवाज सुनने की संभावना बहुत कम है। वहीं, निजता की चिंता कम होगी क्योंकि ड्रोन कैमरे या अन्य सेंसर नहीं होंगे और पूरी तरह से ग्राउंड टावरों पर निर्भर होंगे।

ड्रोन सुपर हाईवे के होंगे कई फायदे

एल्टीट्यूड एंजेल का कहना है कि एक बार जब ड्रोन आसमान में लंबी दूरी की सुरक्षित यात्रा करने लगेंगे तो उनका उपयोग अधिक आसान हो जाएगा। ड्रोन सुपर हाईवे से आपातकालीन की स्थिति में तुरंत प्रतिक्रिया दी जाएगी. आपदा की स्थिति में खोज और बचाव कार्य में सहयोग किया जाएगा। इसके जरिए अंगों और चिकित्सा आकृति का परिवहन भी किया जाएगा.