Noida के इस एलिवेटेड रोड का शुरू होगा काम, 680 करोड़ की आएगी लागत, 3 साल का लगेगा समय

Noida : आपको बता दें कि नोएडा के इस एलिवेटेड रोड का काम अब शुरू हो गया है। मिली जानकारी के मुताबिक आपको बता दें कि यूपी स्टेट ब्रिज कॉरपोरेशन लिमिटेड ने मयूर विहार फ्लाईओवर के करीब चिल्ला रेगुलेटर से महामाया फ्लाईओवर तक 5.96 किमी लंबे चिल्ला एलिवेटेड रोड का काम तीन साल में पूरा करना होगा....

 

Saral Kisan : नोएडा-दिल्ली के बीच वाहनों को रफ्तार देने, मुसाफिरों के सफर को सुगम और जाम मुक्त बनाने की कवायद एक बार फिर तेज हो गई है। सालों से अटका पड़ा चिल्ला एलिवेटेड रोड (Chilla Elevated Road) के काम के लिए टेंडर निकाला गया है।

यूपी स्टेट ब्रिज कॉरपोरेशन लिमिटेड ने मयूर विहार फ्लाईओवर के करीब चिल्ला रेगुलेटर से महामाया फ्लाईओवर तक 5.96 किमी लंबे चिल्ला एलिवेटेड रोड का काम तीन साल में पूरा करना होगा। कंपनी को पांच साल तक मेंटेनेंस की जिम्मेदारी उठानी होगी। इसके निर्माण में 680 करोड़ रुपये का खर्चा आएगा। आधी धनराशि नोएडा अथॉरिटी और आधी यूपी सरकार देगी। इसके बनने से ट्रैफिक का दबाव कम होगा।

13 प्रतिशत काम पूरा

नोएडा अथॉरिटी ने कंपनियों को 13 दिसंबर तक आवेदन करने का समय दिया है। इसके बाद प्राधिकरण सबसे कम बजट वाले ठेकेदार को निर्माण का ठेका देगी। उम्मीद जताई जा रही है कि नए साल से चिल्ला एलिवेटेड रोड का निर्माण शुरू हो जाएगा। नोएडा अथॉरिटी परियोजना पर करीब करीब 74 करोड़ रुपये खर्च कर चुकी है और इसका 13 प्रतिशत काम पूरा हो चुका है। दिल्ली में चिल्ला रेगुलेटर से शुरू होने वाली सड़क शाहदरा ड्रेन के साथ ऊपर बनेगी। चिल्ला एलिवेटेड रोड के कामकाज की निगरानी नोएडा प्राधिकरण के जिम्मे रहेगी।

ट्रैफिक का दबाव हो जाएगा कम

इस एलिवेटेड रोड के बनने से दिल्ली के अक्षरधाम से नोएडा होते हुए ग्रेटर नोएडा पहुंचना आसान हो जाएगा। इसके तैयार होने पर नोएडा-ग्रेनो एक्सप्रेसवे को जोड़ने वाली सड़क पर भी ट्रैफिक का दबाव कम हो जाएगा। बगैर जाम में फंसे लोग चिल्ला रेगुलेटर से सीधे महामाया फ्लाईओवर व एक्सप्रेसवे तक पहुंच सकेंगे। इसका सीधा फायदा पूर्वी दिल्ली के साथ गाजियाबाद से नोएडा-ग्रेनो के बीच सफर करने वाले लोगों को मिलेगा।

दो साल बाद काम बंद रहा

बता दें कि दिल्ली के चिल्ला रेगुलेटर से नोएडा के महामाया फ्लाईओवर तक एलिवेटेड रोड बनना है। चिल्ला रेगुलेटर को मयूर विहार फ्लाईओवर से भी जोड़ा जाएगा। वर्ष 2020 में एलिवेटेड रोड का काम भी शुरू किया गया था। उस समय यह 650 करोड़ रुपये की लागत से बनना था। लेकिन, शासन से पैसे नहीं मिलने के कारण दो साल बाद ही काम बंद हो गया। अभी नवंबर 2021 से काम बंद पड़ा है।

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