देजला देवाड़ा बांध की नहर के गेट का काम शुरू, जल्दी छोड़ जाएगा पानी 

देजला देवाड़ा बांध की मुख्य नहर में पानी छोड़ने के लिए बनाए गए स्लुइस गेट को सुधारने का काम शुरू हो गया है। इसके लिए धार से विभाग की टीम पहुंच गई है। गेट के सुधार से बांध में पूरी जल संग्रहण क्षमता तक पानी भरा जा सकेगा।
 

Saral Kisan : देजला देवाड़ा बांध की मुख्य नहर में पानी छोड़ने के लिए बनाए गए स्लुइस गेट को सुधारने का काम शुरू हो गया है। इसके लिए धार से विभाग की टीम पहुंच गई है। गेट के सुधार से बांध में पूरी जल संग्रहण क्षमता तक पानी भरा जा सकेगा। इससे 9 हजार हेक्टेयर क्षेत्र में सिंचाई सुविधा मिल सकेगी। बांध का गेट टूटने से 20 मिलियन क्यूबिक मीटर पानी बर्बाद हो गया। इससे किसानों में फसल सिंचाई को लेकर चिंता बनी हुई है।

जल संसाधन विभाग के कार्यपालन यंत्री पीके ब्राह्मण सहित अधिकारियों की टीम ने बांध का निरीक्षण कर स्थिति जानी। बांध का रख-रखाव करने वाले संबंधित लाइट मशीनरी इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग विभाग को इसकी सूचना धार जिला संभाग को दी गई।  कार्यपालन यंत्री पीके ब्राह्मणे ने बताया कि बांध के रख-रखाव के लिए हमारे पास अलग से विभाग है। यह ही सभी बांधों का रख-रखाव देखता है। बुधवार सुबह से लाइट मशीनरी इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग विभाग के 25 कर्मचारियों की टीम ने देजला देवाड़ा बांध की मुख्य नहर के स्लुइस गेट की मरम्मत शुरू कर दी है। 

तकनीकी सब इंजीनियर उपेंद्र सिंह ने बताया कि बांध के गेट बने काफी समय हो गया था। इसलिए गेट की ऑयल सील टूट गई थी। गेट के कुएं के अंदर जाने के बाद दोनों तरफ के गलियारे की सील बदल दी गई है। अब पानी भरने के बाद यहां से रिसाव नहीं होगा।

नल जल के लिए बचा सकेंगे पानी

देजला देवाड़ा बांध की जल संग्रहण क्षमता 50.29 मिलियन क्यूबिक मीटर है। इसमें से क्षेत्र के किसानों की फसल सिंचाई के लिए 42 एमसीएम पानी बचता है। नल जल योजना के तहत जल निगम के लिए 8 एमसीएम पानी आरक्षित रहेगा। बांध में पानी अब पूरी तरह से खाली हो चुका है। पहाड़ी क्षेत्र में पहली बारिश के साथ ही बांध का भरना शुरू हो जाएगा।