बिहार में नई रेलवे लाइन बिछने से इस स्टेशन से 4 जगहों के लिए होगी सीधी रेल कनेक्टिविटी

Bihar News : रेलवे की तरफ से कई महत्वपूर्ण योजनाओं को मंजूरी दी गई है. रेलवे की इन महत्वपूर्ण योजनाओं से यात्रियों का सफर सुविधाजनक होने के साथ-साथ पॉकेट फ्रेंडली भी होने वाला है. बता दें कि किशनगंज सहित सीमांचल,  पश्चिम बंगाल नेपाल के यात्रियों को बड़ा फायदा पहुंचाने वाला है. 

 

Kishanganj  News : रेलवे की तरफ से बनने वाले इस नए ट्रैक के बाद ठाकुरगंज की तस्वीर बदलने वाली है. इस नई रेलवे लाइन के बन जाने के बाद ठाकुरगंज एक स्टेशन बन जाएगा. इस स्टेशन से फिर चार मार्गो के लिए ट्रेन चलेगी. मौजूदा समय में ठाकुरगंज से किशनगंज और सिलीगुड़ी के लिए ट्रेनों का संचालन किया जाता है। बता दे की नई बन रही गलगलिया अररिया रेल लाइन के बाद ठाकुरगंज से पश्चिम तक रेल मार्ग का रास्ता खुल जाएगा. 

चिकेननेक की सुरक्षा

ठाकुरगंज चिकननेक की सुरक्षा के मध्यनजर अति महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाला है. हाल ही में रेलवे द्वारा प्रस्तावित एक नई रेल लाइन बन जाने के बाद ठाकुरगंज से चार रास्तों के लिए ट्रेन चल सकेंगी और ठाकुरगंज अब बांग्लादेश सीमा से सीधा जुड़ जाएगा.

रेलवे बोर्ड ने ठाकुरगंज से चटेरहाट (रंगापानी और धूमडाँगी) के बीच 24.40 किलोमीटर लंबी नई रेलवे लाइन के अंतिम लोकेशन सर्वे को मंजूरी दी है। ठाकुरगंज रेल संघर्ष समिति ने ठाकुरगंज-चटेरहाट (रंगापानी और धूमडाँगी) के बीच अंतिम लोकेशन सर्वे की अनुमति मिलने पर खुशी व्यक्त करते हुए रेल मंत्री को बधाई दी है। 24.40 किलोमीटर लंबी अंतिम स्थल सर्वेक्षण रेल लाइन का निर्माण 15 जुलाई को जारी निविदा के तहत किया जाएगा। जिसमें ट्रैफिक सर्वेक्षण रिपोर्ट, सर्वेक्षण, मिट्टी की जांच, बोर हॉल ड्रिलिंग द्वारा पुलों के लिए भू-वैज्ञानिक जांच, प्रस्तावित पुलों के लिए जल मार्ग सहित कई कार्य शामिल हैं।

दूरी होगी कम 

इस रेल लाइन की स्थापना से ठाकुरगंज जंक्शन से एनजेपी तक सीधी रेल कनेक्टिविटी मिलेगी। जो अब भाया सिलीगुड़ी है। मौजूदा समय में ठाकुरगंज से  NGP की दूरी सिलीगुड़ी होते हुए 63 किलोमीटर है. इस नई रेल लाइन निर्माण के बाद यह दूरी 63 किलोमीटर से काटकर 45 किलोमीटर तक रह जाएगी. इस रेलवे लाइन की स्थापना से ठाकुरगंज से एनजीपी की दूरी भी कम होगी। चटेरहाट अलुआबाड़ी एनजीपी रेलवे खंड पर एक छोटा सा स्टेशन है, जो एनजीपी से 21 किमी दूर है।

गलगलिया में एक अंतरराष्ट्रीय टर्मिनल

रेलवे भी इस योजना के बाद गलगलिया में एक अंतरराष्ट्रीय टर्मिनल बनाने का प्रस्ताव करेगा। रेलवे बोर्ड ने गलगलिया से भद्रपुर तक 12.5 किमी लंबी नई रेल लाइन की भी मंजूरी दी है। साथ ही, विराटनगर (जोगबनी) से ठाकुरगंज-बागड़ोगरा के माध्यम से न्यू माल जंक्शन (मालबाजार) तक 190 किमी की एक नई रेल लाइन को भी मंजूरी मिली है। इन नई लाइनों का निर्माण चिकन नेक क्षेत्र में सामरिक दृष्टिकोण से किया जाएगा।

यात्रियों को तगड़ा फायदा

यात्रियों को बहुत फायदा होगा क्योंकि इससे कम वक्त में लंबी दूरी तय की जा सकेगी। इस लाइन के बनने से भी सुरक्षा बल को काफी लाभ मिलने की उम्मीद है।  इस लाइन के बनने से सुरक्षा बल को भी फायदा होने की उम्मीद है क्योंकि सीमांचल का यह क्षेत्र चिकननेक के नाम से जाना जाता है, जो सुरक्षा की दृष्टि से बहुत संवेदनशील है. केंद्र सरकार ने ठाकुरगंज अररिया नई रेल लाइन के निर्माण में भी पर्याप्त धन खर्च किया है।