देश के किस गांव को "कुंवारों का गांव" नाम से जाना जाता है
भारत में आपने कई गांवों को सुना होगा। इसके बावजूद, यह गांव सबसे अलग है। क्योंकि इस गांव का नाम कुंवारों का गांव है। बरवां कला गांव बिहार राज्य के कैमूर जिले के अधौरा तहसील में है।
Saral Kisan : भारत गांवों का देश है। यह भी जाना जाता है कि असली भारत में गांवों में रहता है। सभी लोग गांव की हरियाली, खेती और पक्षियों का चहचहाना पसंद करते हैं। इसके अलावा, लोग गांव की हवा और शहर की दवा के बारे में बोलते हैं। आज भारत में हजारों गांव हैं, हर गांव की अपनी अलग विशेषता है। कुंवारों का गांव या Bachelor's Village इन्हीं सभी गांवों में है। यह गांव अपनी इस विशिष्ट विशेषता से पूरे देश में प्रसिद्ध है। यह लेख पढ़ें कि यह गांव कौन-सा है और इसके पीछे की कहानी क्या है।
कुंवारों के गांव का नाम क्या है?
भारत में आपने कई गांवों को सुना होगा। इसके बावजूद, यह गांव सबसे अलग है। क्योंकि इस गांव का नाम कुंवारों का गांव है। बरवां कला गांव बिहार राज्य के कैमूर जिले के अधौरा तहसील में है।
क्यों कुंवारों का गांव कहा जाता है?
अब आप सोच रहे होंगे कि इस गांव को कुंवारों का गांव क्यों कहा जाता है। आपको बता दें कि इस गांव में बहुत से लोग अविवाहित हैं। यह युवा से बुजुर्ग तक है। माना जाता है कि इस गांव में पिछले पांच दशक में सिर्फ एक बार शादी की शहनाई बजी है।
2017 में पहली बार शहनाई बजी
2017 में, गांव से बाहर रहने वाले एक व्यक्ति ने गांव से बाहर किसी महिला से शादी की, जो इस गांव की पहली शहनाई थी। हालाँकि, गांव से बाहर रहने वाले लोग ही शादी करते थे।
शादी नहीं होने का क्या कारण है?
वास्तव में, बिहार का गांव एक दूरस्थ क्षेत्र में है। यहां पहुंचने का रास्ता एक महत्वपूर्ण समस्या है। इसके अलावा, यहां बिजली और पानी की कमी है और दूरसंचार के अन्य साधनों से संपर्क करना मुश्किल है। इस समस्या के कारण यहां कोई अपनी बेटी की शादी नहीं करता। 2017 में, इसे देखते हुए कुछ युवाओं ने पहाड़ी मार्ग को काटकर एक सड़क बनाई, जिससे मोटर वाहन आसानी से जा सकें। यह रास्ता एक वन्यजीव सेंचुरी से अलग है।
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