तरबूज मगज के भाव में मजबूती की उम्मीद, काजू में तेजी जारी
Tarabooj Magaj Ke Bhav : कच्चे काजू की कमी के चलते काजू में तेजी का माहौल है। पिछले एक पखवाड़े में करीब 200 रुपए की तेजी आ चुकी है। कल भी भाव में करीब 20 रुपए की तेजी रही। अरसीकेरा में लूज खोपरा छिलका का टेंडर 88.10 रुपए में चला गया। चालू वित्त वर्ष की शुरुआत से ही सूडान से भारत में तरबूज मगज का आयात नहीं हो रहा है, जबकि घरेलू संभाग में इसका स्टॉक भी कम है। वहीं, आगामी माह से इसकी मांग और खपत का सीजन शुरू होने वाला है।
ऐसे में भविष्य में इसके भाव में तेजी या मजबूती आने की संभावना है। उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश और राजस्थान जैसे उत्पादक राज्यों में तरबूज मगज का बुवाई क्षेत्र और उत्पादन घट रहा है। संकर किस्मों की खेती ज्यादा होने लगी है, जिसमें बीज कम लगते हैं। 31 मार्च तक सूडान समेत कुछ अन्य देशों से भारी मात्रा में तरबूज के बीज आयात होने से घरेलू संभाग में इसकी आपूर्ति और उपलब्धता बढ़ने से कीमतों में नरमी आई थी, लेकिन फिर उपभोक्ता उद्योगों की ओर से कम कीमतों पर मांग आने से कीमतों में सुधार आने लगा।
मिठाई निर्माता इसकी खरीद में अच्छी दिलचस्पी दिखा रहे हैं। पिछले कुछ दिनों में ही इसकी कीमत सुधरकर 450 रुपये प्रति किलो हो गई। सूडान से माल नहीं आने से स्टॉकिस्ट चालू महीने की शुरुआत से ही कम कीमतों पर मगज तरबूज की भारी खरीददारी करने में जुटे हैं। कुछ विश्लेषकों का कहना है कि मौजूदा कीमत स्तर 460 से 470 रुपये प्रति किलो पर बिकने वाले मगज तरबूज की कीमत आने वाले महीनों में 600 से 650 रुपये प्रति किलो हो जाए तो आश्चर्य नहीं होगा, क्योंकि इसका स्टॉक कम है और मांग मजबूत रहने की उम्मीद है।