कानपुर में गंगा घाटों पर बढ़ा जलस्तर, सिंचाई विभाग और प्रशासन कर रहा निगरानी

बढ़ते हुए जल स्तर को देखते हुए घाटों की सुरक्षा बढ़ाई गई है। प्रशासन और सिंचाई विभाग जलस्तर को लेकर लगातार निगरानी रख रहे हैं. बैराज पर वोटिंग कुछ समय पहले बंद कर दी गई थी. लोगों को गंगा की तरफ ना जाने देने के लिए गोताखोर और सुरक्षा कर्मी कार्य कर रहें है.
 

Kanpur News : कानपुर में गंगा का जलस्तर बढ़ने से घाटों की सुरक्षा बढ़ा दी गई है. सिंचाई विभाग और प्रशासन के अधिकारी लगातार नजर बनाए हुए हैं. गंगा के आसपास बसे हुए लोगों को प्रशासन द्वारा लगातार उनके संपर्क में रहने के लिए कहा गया है. लगातार हो रही बारिश के चलते नरौरा और हरिद्वार से पानी छोड़े जाने के बाद बैराज पर गंगा का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है.

जल स्तर का पैमाना चेतावनी बिंदु के नजदीक के 133.390 मीटर तक पहुंच गया है. सिंचाई विभाग लगातार निगरानी कर रहा है और उनका कहना है कि जलस्तर अभी तेजी से नहीं बढ़ रहा है परंतु वह सतर्क रह रहे हैं. पिछले 24 घंटे में हुई बारिश के बाद जलस्तर लगभग 28 सेंटीमीटर तक बढ़ा है.

गंगा का जलस्तर खतरे की निशान से 1 मीटर नीचे है. जिसके चलते आज 13 जुलाई शनिवार को बैराज के सभी 30 गेट की ओपनिंग को बढ़ा दिया. मौजूदा समय में वहां अटल घाट की सीढ़ियां डूबी हुई है. आसपास के इलाकों में हुई बारिश की वजह से कई नदियों और रामगंगा जैसी कई नदियों का पानी बैराज में आने से जल का स्तर बढ़ रहा है. नरौरा बैराज से 35,320 और हरिद्वार बैराज से 42739 क्यूसेक पानी छोड़ा गया है.

प्रशासन और सिंचाई विभाग की निगरानी

बढ़ते हुए जल स्तर को देखते हुए घाटों की सुरक्षा बढ़ाई गई है। प्रशासन और सिंचाई विभाग जलस्तर को लेकर लगातार निगरानी रख रहे हैं. बैराज पर वोटिंग कुछ समय पहले बंद कर दी गई थी. लोगों को गंगा की तरफ ना जाने देने के लिए गोताखोर और सुरक्षा कर्मी कार्य कर रहें है. ताकि किसी भी तरह की अनहोनी होने से बचा जा सके. बैराज के 30 गेट की ओपनिंग बढ़ाई गई है ताकि पानी को नियंत्रित किया जा सके. सिंचाई विभाग के अधिकारियों के अनुसार कानपुर बैराज से इस सीजन का सबसे ज्यादा डिस्चार्ज छोड़ा जा रहा है.