दिल्ली में अब वाहनों की प्रदूषण जांच करवाते समय बनाना होगा वीडियो, विभाग ने लिया ये फैसला

Vehicle Pollution Check : केंद्रीय परिवहन मंत्रालय को देश भर से शिकायतें मिल रही थीं, जिसके परिणामस्वरूप परिवहन विभाग ने महत्वपूर्ण कार्रवाई की है। विभाग ने निर्णय लिया है कि दिल्ली में वाहनों की प्रदूषण जांच करते समय वीडियो बनाना पड़ेगा। नीचे खबर में विस्तार से पढ़ें..।
 

Saral Kisan : अब वाहनों की प्रदूषण जांच करते समय पूरी प्रक्रिया का वीडियो भी बनाना होगा। दिल्ली परिवहन विभाग ने यह निर्णय लिया है क्योंकि उसे प्रदूषण जांच के बिना प्रदूषण प्रमाण पत्र (पीयूसी) जारी करने की शिकायतें मिल रही हैं। नए साल से हर प्रदूषण जांच केंद्र संचालक को वीडियो बनाना होगा। दिल्ली में प्रति महीने तीन से पांच लाख वाहनों की प्रदूषण जांच की जाती है।

केंद्रीय परिवहन मंत्रालय को देश भर से शिकायतें मिल रही थीं कि वाहनों की प्रदूषण जांच किए बिना ही प्रमाण पत्र जारी किए जा रहे हैं, परिवहन विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया। संचालक बस वाहन का नंबर चढ़ाकर उसे पीयूसी दे रहे थे। इसके अलावा, केंद्र ने वीडियो जांच को हर राज्य में अनिवार्य करने का आदेश दिया है क्योंकि इसके लिए निर्धारित जांच की लागत अधिक होगी। वाहन सॉफ्टवेयर को इसके लिए अपग्रेड किया गया है। दिल्ली परिवहन विभाग ने कहा कि अब दिल्ली इस नई व्यवस्था को लागू करने को तैयार है।

यदि सब कुछ ठीक रहा तो यह इसी सप्ताह अनिवार्य होगा। प्रदूषण जांच के दौरान चालकों को 10 सेकेंड से कम का वीडियो बनाना होगा, जिसमें वाहन की नंबर प्लेट सहित जांच की प्रक्रिया दिखानी होगी।

949 में से 50 केंद्रों में गड़बड़ी की पुष्टि हुई

दिल्ली में वाहनों का प्रदूषण जांच करने के लिए कुल 949 स्थान हैं। जनवरी से नवंबर तक, इस साल 45 लाख 56 हजार से अधिक वाहनों की प्रदूषण जांच की गई थी। औचक निरीक्षण के दौरान पच्चीस जांच केंद्रों पर गड़बड़ी पाई गई है, जिनके कारण बताओ नोटिस भी भेजे गए हैं। बिना प्रदूषण जांच के चलने वाले वाहनों पर इस साल दिल्ली में 34 करोड़ से अधिक का जुर्माना लगाया गया है। बिना प्रदूषण जांच वाले वाहनों का चालान 10 हजार रुपये का हो सकता है।

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