Vande Bharat Train : 119 किलोमीटर तक सुरंगों में मिलेगा वंदेभारत ट्रेन का मजा

Vande Bharat Train : ट्रेन का सबसे सुंदर सफर करने के लिए तैयार हो जाइए। 49वीं वंदे भारत ट्रेन देश भर में चलाने के लिए भारतीय रेलवे ने तैयारी पूरी कर ली है। यात्रा का आनंद भी 2024 के शुरुआती महीनों में मिलने वाला है। 272 किलोमीटर की यात्रा किसी स्वर्ग की तरह सुंदर होने वाली है।आइए इसके बारे में विस्तार से जानें।
 
 

Saral Kisan News : देश में शुरू की गई 49वीं वंदे भारत ट्रेन सबसे अलग होने वाली है। इस ट्रेन में सफर करना एक अलग तरह का रहने वाला है। यात्रियों को ऐसा लगेगा कि वे यूरोप में घूम रहे हैं। यह ट्रेन 38 सुरंगें और 927 पुलों से गुजरेगी वाली है। 272 किलोमीटर की इस यात्रा में आधी से ज्यादा की दूरी सिर्फ सुरंगों और पुलों पर होगी। रोमांच पढ़कर नहीं आया, इसलिए इस मार्ग को सुंदर सफर कहा जाता है।

दरअसल, हम बात कर रहे हैं वंदे भारत ट्रेन, जो जम्मू से श्रीनगर के बीच चलती है। ऊधमपुर-श्रीनगर-बारामूला रेलवे लिंक (Udhampur-Srinagar-Baramulla Rail Link) पूरी तरह से तैयार हो गया है, जिस पर देश की 49वीं वंदे भारत ट्रेन चलेगी, भारतीय रेलवे ने बताया। यह देश की पहली वंदे भारत ट्रेन है, जिसमें आठ कोच हैं। बिजली इस 272 किलोमीटर लंबी सड़क को चलाएगी। रेलवे ने भी रामबन जिले के बनिहाल और खारी रेलवे स्टेशनों के बीच 15 किलोमीटर का ट्रायल पूरा किया है।

रेलमंत्री का महत्वपूर्ण अपडेट

रेलमंत्री अश्विनी वैषणव ने इस लिंक को लेकर महत्वपूर्ण अपडेट दिया है। उन् होंने कहा कि जनवरी, 2024 तक पूरा रास्ता तैयार हो जाएगा, जिससे वंदे भारत ट्रेन जम्मू से श्रीनगर तक चलनी शुरू हो जाएगी। रेलमंत्री ने इस मार्ग पर बनाए गए विश्व में सबसे ऊंचे रेलवे पुल पर भी ट्रायल किया है। इन ट्रेनों की मरम्मत के लिए बडगाम में एक कारखाना बनाया गया है, और इंजीनियरों को विशिष्ट ट्रेनिंग दी जा रही है।

सफर का समय आधा रह जाएगा।

अभी जम्मू से श्रीनगर जाने का एकमात्र तरीका सड़क है। यह लगभग 250 किलोमीटर की दूरी तय करने में छह से सात घंटे लगते हैं, और सर्दियों में बर्फ गिरने की वजह से यह कभी-कभी बंद हो जाता है। रेलवे मार्ग बनने पर इसकी दूरी 272 किलोमीटर हो जाएगी, लेकिन सफर का समय सिर्फ 3.5 घंटे होगा। यानी आज से आधा समय लगेगा।

यह क्यों विशिष्ट है

यह रेलमार्ग देश में सबसे अलग ट्रेन यात्रा में गिना जाएगा। इसकी सबसे बड़ी वजह है कि ट्रेन पूरे मार्ग में लगभग 38 सुरंगों या टनलों को पार करेगी। इन सुरंगों में से एक (T-49) की लंबाई 12.75 किलोमीटर है, जो देश की सबसे बड़ी सुरंग है। इतना ही नहीं, मार्ग पर 927 पुल होंगे, जिनकी कुल 13 किलोमीटर होगी।

सबसे ऊंचा ब्रिज पार करेगा

यह दुनिया का सबसे लंबा रेलवे पुल है, जो चिनाब नदी पर बना है। इसकी लंबाई 1,315 मीटर है और नदी तल से 359 मीटर ऊँचा है। भारत का पहला हैंगिंग रेलवे ब्रिज है, जो केबल से बना है।

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