इंदौर एयरपोर्ट से महाकाल तक मिली वंदे भारत मेट्रो की सौगात, दौड़ेगी 120 किमी प्रति घंटा की रफ्तार से

MP News : सिंहस्थ महाकुंभ 2028 में आने वाले श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए इंदौर से उज्जैन के बीच वंदे भारत मेट्रो ट्रेन चलाई जाएगी। हाल ही में सीएम के साथ बैठक में केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने मध्य प्रदेश के कई शहरों के लिए वंदे भारत मेट्रो चलाने पर सहमति जताई है,
 

MP News : सिंहस्थ महाकुंभ 2028 में आने वाले श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए इंदौर से उज्जैन के बीच वंदे भारत मेट्रो ट्रेन चलाई जाएगी। हाल ही में सीएम के साथ बैठक में केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने मध्य प्रदेश के कई शहरों के लिए वंदे भारत मेट्रो चलाने पर सहमति जताई है, बैठक में मुख्यमंत्री ने कहा-इंदौर वंदे भारत मेट्रो इंदौर एयरपोर्ट से उज्जैन के महाकाल मंदिर के बीच चलेगी। देश-विदेश से आने वाले पर्यटकों और श्रद्धालुओं के लिए यह बड़ी सुविधा होगी। इंदौर-उज्जैन के बीच मेट्रो चलाने से जुड़ी फिजिबिलिटी सर्वे रिपोर्ट मिल गई है।

डॉ. यादव ने बैठक में अधिकारियों को बताया कि प्रदेश में जिन पुरानी रेल पटरियों का उपयोग नहीं हो रहा है, उनका उपयोग वंदे मेट्रो के लिए किया जा सकता है। इंदौर से उज्जैन के बीच मेट्रो के लिए फिजिबिलिटी सर्वे हो चुका है।

इन शहरों को मिलेगी सौगात

समीक्षा बैठक के बाद सीएम ने कहा कि भोपाल, इंदौर, ग्वालियर, जबलपुर और उज्जैन जैसे प्रमुख शहरों में मेट्रो और वंदे मेट्रो के साथ रोपवे, इलेक्ट्रिक-बस और केबल-कार परिवहन प्रणाली भी होगी। उन्होंने कहा कि इन परियोजनाओं के लिए स्थानीय जनप्रतिनिधियों से विमर्श किया जाएगा। सरकार का लक्ष्य उज्जैन-ओंकारेश्वर 145 किमी, भोपाल-इंदौर 190 किमी और जबलपुर-ग्वालियर 470 किमी मार्गों पर परिवहन में सुधार करना है।

इसकी स्पीड 120 किमी प्रति घंटा है

आम मेट्रो से अलग 8 से 10 कोच वाली ये ट्रेनें 120 किमी की स्पीड से चलती हैं।  नजदीकी शहरों में जाने के लिए आपको बंदे भारत मेट्रो का विकल्प दिया जाएगा। हाल ही में इसे भोपाल से बैतूल, सागर, शाजापुर रूट पर चलाने पर चर्चा चल रही थी।

मंत्री बोले- दिन तो बढ़ाओ, लेकिन सही तारीख तो बताओ

अधिकारियों के दावों से परेशान मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि मेट्रो के संचालन के लिए कुछ दिन और बढ़ाना है तो बढ़ाओ, लेकिन इस बार दी गई तारीख के अंदर मेट्रो शुरू होनी चाहिए।

बड़े शहरों में केबल कार, रोप-वे और इलेक्ट्रिक बसें भी चलेंगी।

मुख्यमंत्री ने कहा कि भोपाल, इंदौर, ग्वालियर, जबलपुर और उज्जैन जैसे शहरों में वंदे भारत मेट्रो, रोप-वे, इलेक्ट्रिक बस और केबल-कार जैसे साधनों का भी उपयोग किया जाएगा।