उत्तर प्रदेश पुलिस करेगी अब इस डिजिटल टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल, advance होंगे कार्य

UP news : तेलंगाना के बाद जल्दी ही यूपी पुलिस भी हाईटेक हो जाएगी जिससे पुलिस की कार्यशैली में बदलाव आएगा और पोलइ और बेहतर तरीके से काम कर पायेगी
 

UP Police criminal track and crime with AI : यूपी पुलिस जल्द ही तेलंगाना के बाद देश की सबसे ज्यादा हाइटेक पुलिस हो जाएगी। उसकी एसटीएफ आर्टिफि​शिएल इंटेलिजेंस (एआई) पर आधारित ऐसी तकनीकी से लैस हो जाएगी, जिससे मात्र एक ‘क्लिक’ पर उसे अपराधियों का पूरा ब्योरा मिल जाएगा। करीब तीन करोड़ रुपये से यूपी एसटीएफ एआई आधारित ‘क्रिमिनल डाटा क्रिएशन एंड रिट्रीवल सिस्टम’ स्थापित करने जा रही है। इसका टेंडर भी जारी हो चुका है, जिसमें चार कंपनियों ने रुचि दिखाई है।

इस नई तकनीकी से एसटीएफ नए कलेवर और नई ताकत के साथ दिखेगी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पिछले एसटीएफ के कार्यों की समीक्षा करते हुए उसे मज़बूत करने के लिए बजट जारी करने का निर्देश दिया था। क्रिमिनल डाटा क्रिएशन एंड रिट्रीवल सिस्टम स्थापित हो जाने के बाद अपराध को अंजाम देने वाले अज्ञात शूटर व अपराधी एसटीएफ की नजरों से नहीं बच पाएंगे। चंद सेकंड में ही उनकी पहचान के साथ पूरा आपराधिक इतिहास पुलिस अ​धिकारियों के सामने होगा। इससे पहले क्रिमिनल ट्रै​किंग सिस्टम के जरिए यह काम किया जाता था।

एआई के साथ अपरा​​धियों का डाटाबेस जोड़ने से उनके चेहरे का मिलान चंद सेकंड में पूरे रिकॉर्ड से करते हुए किस चेहरे से कितने प्रतिशत मिलान हो रहा है, इसकी जानकारी मिल जाएगी। साथ ही उसकी आवाज, घटना को अंजाम देने का तरीका तथा पारिवारिक व आपरा​धिक पृष्ठभूमि का पूरा ब्योरा भी तुरंत मिल जाएगा। उदाहरण के तौर पर यदि कोई व्य​क्ति किसी को वर्चुअल कॉल के जरिए धमकी देता है तो उसकी आवाज को ये सिस्टम एआई की मदद से ​डाटाबेस में फीड लाखों आवाज से मैच करके सही व्य​क्ति की पहचान कर लेगा। एसटीएफ के अ​धिकारियों के मुताबिक बिड में रुचि दिखाने वाली कंपनियों से इसमें तमाम अन्य फीचर्स भी जोड़ने पर बात चल रही है।

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