उत्तर प्रदेश के अवैध ई रिक्शों पर पुलिस की बड़ी कार्यवाही, 92 वाहनों को किया सीज

UP News : संभल जिले में अवैध ई-रिक्शों के खिलाफ व्यापक अभियान चलाया जा रहा है। डीएम ने पुलिस और परिवहन विभाग को इसके लिए काम करने को कहा। निरंतर अभियान के दौरान सौ वाहनों को पकड़ा गया है।
 

Saral Kisan : तीसरे दिन भी अवैध ई-रिक्शा चालकों के खिलाफ पुलिस कार्रवाई जारी रही। 15 ई-रिक्शा जगह-जगह चेक किए गए और सीज किए गए। डीएम मनीष बंसल ने शहर को जाम की समस्या से छुटकारा पाने के लिए अवैध ई-रिक्शों के खिलाफ अभियान चलाने का आदेश दिया। साथ ही 31 दिसंबर के बाद अवैध ई-रिक्शा चलाने पर प्रतिबंध लगाने की मांग की गई थी।

अवैध ई-रिक्शा अभी भी सड़कों पर दौड़ रहे हैं। शुक्रवार तक तीन दिन में 92 ई-रिक्शा पुलिस और परिवहन विभाग ने सीज कर दिए हैं। आगे भी ऐसा करना चाहिए। संभल शहर के बाद चंदौसी और गुन्नौर तहसील में भी अभियान चलाया जाएगा, पुलिस अधिकारी अनुज मलिक ने बताया। दरअसल, जिले में दस हजार से अधिक ई-रिक्शे चलते हैं। 750 पंजीकृत ई-रिक्शा हैं। अवैध ई-रिक्शों की वृद्धि जाम की समस्या को जन्म देती है। शहरी क्षेत्र से बाहर निकलना कठिन है। नाबालिगों ने ई-रिक्शा चलाया है। इससे भी नियमों का पालन नहीं होता।

अवैध ई-रिक्शा बनाने वालों को दंडित करें

जिले में अवैध ई-रिक्शा बनाए जा रहे हैं। जो गरीब लोगों को सस्ता हवाला देकर खरीदते हैं। जो बाद में पंजीकृत नहीं किया जाता। लोग इसका खामियाजा उठा रहे हैं। बिना पंजीकरण के संचालित ई-रिक्शा गैरकानूनी हैं। ऐसे में अवैध ई-रिक्शा बनाने वालों पर प्रश्न उठता है। उनके खिलाफ क्यों कार्रवाई नहीं की जा रही है?

अवैध ई-रिक्शा पकड़ने पर महिला यात्री हुई बेहोश

यातायात पुलिस शुक्रवार की शाम करीब चार बजे कोतवाली क्षेत्र के चंदौसी चौराहे पर अवैध ई-रिक्शा पर कार्रवाई कर रही थी। उस समय पुलिस ने एक महिलाओं से भरा ई-रिक्शा पकड़ लिया। महिलाओं ने इस दौरान विरोध प्रकट किया। एक महिला की स्थिति खराब हो गई। बताया गया कि शादी के कार्यक्रम में महिलाएं जा रही थीं। उनका ई-रिक्शा चालक एक रिश्तेदार था। एक महिला कार्रवाई देखकर बेहोश हो गई। महिलाओं को बाद में यातायात पुलिस ने ई-रिक्शा में बैठाकर भेजा गया।

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