उत्तर प्रदेश के किसान बनेंगे हाईटेक, खेती के साथ करेंगे बिजली का उत्पादन
न्यू दिल्ली - केंद्र की मोदी सरकार और प्रदेश की योगी सरकार ने किसानों को लाभान्वित करने के लिए कई योजनाएं शुरू की हैं। इन योजनाओं का लक्ष्य किसानों की आय दोगुनी करना है। यूपी नेड़ा भी किसानों के नलकूपों पर सोलर पैनल लगा रहा है। इस सोलर पैनल को लगवाने वाले किसानों को 90 प्रतिशत तक का अनुदान मिलेगा। यदि आप इस तरह से आवेदन करना चाहते हैं, तो आप भी सोलर पैनल लगा सकते हैं।
किसान को 10 प्रतिशत देना होगा
सरकार हरित ऊर्जा को बढ़ावा देने के लिए कई प्रयास कर रही है। किसानों के नलकूपों पर सोलर पैनल लगाने पर केंद्र सरकार की ओर से 30 प्रतिशत की सब्सिडी दी जाती है, जो केंद्रीय सरकार द्वारा संचालित पीएम कुसुम योजना का एक भाग है। जबकि उत्तर प्रदेश सरकार 60 प्रतिशत सब्सिडी देती है। किसानों के नलकूपों को सौर ऊर्जीकरण के लिए 90 प्रतिशत सब्सिडी मिल रही है। किसानों के खेतों में लगे नलकूपों को सोलर पंपों में बदल दिया जाएगा। किसानों को सिर्फ कुल लागत का 10 प्रतिशत, लगभग 55 हजार रुपये, खर्च करना होगा।
ऐसा आवेदन कर सकते हैं
किसानों को यूपी नेडा की वेबसाइट पर जाकर कुसुम योजना में आवेदन करना होगा। यहां निर्धारित राशि का बैंक ड्राफ्ट सहित अपने दस्तावेजों में आधार कार्ड, निवास प्रमाण पत्र, खेत के कागज-खसरा खतौनी की कॉपी, बैंक खाता विवरण के लिए बैंक पासबुक की कॉपी आदि अपलोड करना होगा। इसके बाद, विभाग लगभग एक सप्ताह में खेत में लगे डीजल पंप का परीक्षण करेगा और फिर सोलर पंप को कनेक्शन देगा।
आपको बता दें कि सोलर पैनल लगवाने से किसानों को सिंचाई के दौरान नलकूप चलाते समय बिजली का बिल नहीं देना होगा. इसके अलावा, अगर वे सोलर पैनल से विद्युत बनाकर ग्रिड को बेचते हैं, तो उन्हें आर्थिक लाभ भी मिलेगा।
ये पढ़ें : Business Idea: यह पेड़ एक बार खेत में लगाएं, 70 साल तक किसान रहेंगे मालामाल