उत्तर प्रदेश के बिजली उपभोक्ताओं की मौज, विभाग घर-घर जाकर करेगा यह काम

Up News : उत्तर प्रदेश में  बिजली उपभोक्ताओं को जल्द ही बड़ी राहत मिलने वाली है। बिजली बिल को लेकर परेशानी झेल रहे उपभोक्ताओं के घर अब एक विशेष अभियान चलने जा रहा है। ये अभियान 29 फरवरी तक पूरा कर लिया जाएगा।

 

Saral Kisan : उत्तर प्रदेश के बिजली उपभोक्ताओं को जल्द ही बड़ी राहत मिलने वाली है। बिजली बिल को लेकर दिक्कत झेल रहे उपभोक्ताओं के घर अब एक विशेष अभियान चलने जा रहा है। ये अभियान 29 फरवरी तक पूरा कर लिया जाएगा। दरअसल सरकार की मंशा सही बिल और समय से बिल को पूरी तरह धरातल पर उतारने की है। इसके लिए उत्तर प्रदेश पावर कारपोरेशन जल्द ही 11 लाख 13 हजार 950 खराब बिजली मीटर बदलेगा। प्रबंधन ने इसके लिए दिशा-निर्देश जारी कर दिए हैं। 29 फरवरी तक सभी खराब मीटरों को बदल दिए जाने का आदेश दिया गया है। इससे संबंधित आदेश कारपोरेशन के प्रबंध निदेशक पंकज कुमार ने जारी किया है। शुक्रवार को जारी आदेश के मुताबिक उपभोक्ता परिसरों में लगे खराब मीटरों को बदलने के लिए प्रदेश में विशेष अभियान चलेगा। 

खराब मीटरों को बदलने के लिए किया गया अधिकृत

मीटर की कमी को दूर करने के लिए अब अधीक्षण अभियंताओं को यह अधिकार दिया गया है कि वह निर्धारित दर अथवा इससे कम दर पर काम करने वाले मीटर बदलने के लिए संस्थाओं (ठेकेदारों) को तय कर लें। इनके द्वारा किए जाने वाले कार्यों की समीक्षा संबंधित विद्युत वितरण कंपनी के निदेशक (वाणिज्य)  द्वारा की जाएगी। निर्देश दिया गया है कि 31 दिसंबर 2023 तक खराब चिन्हित सभी मीटरों को हर हाल में 29 फरवरी तक बदल दिया जाए।

मीटरों के खराब होने से औसत बिल बनाया जा रहा 

इन मीटरों के बदल दिए जाने पर संबंधित उपभोक्ताओं को मूल खपत के मुताबिक बिजली का बिल मिलने लगेगा। मीटरों के खराब होने से 11 लाख से अधिक उपभोक्ताओं को पावर कारपोरेशन औसत बिल दे रहा है। औसत बिलिंग के कारण कम खपत वाले उपभोक्ताओं को नुकसान उठाना पड़ता है जबकि अधिक खपत करने वाले उपभोक्ता फायदे में रहते हैं। इन खराब मीटरों के बदल दिए जाने के बाद सभी उपभोक्ताओं को रीडिंग आधारित खपत के मुताबिक बिल मिलने लगेगा।

बिजली व्यवस्था सुधार में जुटेंगे 351 नये जेई

उत्तर प्रदेश पावर कारपोरेशन ने टेक्निशियन से अवर अभियंता (जेई) के पद पर पदोन्नत 355 में से 351 की तैनाती के लिए विद्युत वितरण कंपनियां (डिस्काम) आवंटित कर दी हैं। तीन ने पदोन्नति लेने से मना कर दिया जबकि एक के पदोन्नति आदेश को प्रबंधन ने रद्द कर दिया है। इन जेई की तैनाती हो जाने पर क्षेत्र में उपभोक्ता सेवाएं और बेहतर हो सकेंगी। उत्तर प्रदेश पावर कारपोरेशन के चेयरमैन डा. आशीष कुमार गोयल के निर्देशों के बाद पदोन्नत से जेई बने टेक्निशियनों को तैनाती दिए जाने का आदेश शुक्रवार को जारी किया गया। 

सबसे अधिक 102 जेई पूर्वांचल को मिले 

डिस्काम को आदेश दिए गए हैं कि वे अपने स्तर से उनके यहां भेजे गए जेई को तैनाती दें। चयन के बाद की गई पोस्टिंग में पूर्वांचल डिस्काम को 102, मध्यांचल को 51, दक्षिणांचल को 37, पश्चिमांचल को 60 तथा पोरषण निगम को 101 अवर अभियन्ता आवंटित किए गए हैं। बीते नवंबर में 355 टेक्निशियन को अवर अभियंता के पद पर पदोन्नति के लिए चयनित किया गया था। चयन की प्रक्रिया पूरी होने के बाद तैनाती से पूर्व आपत्तियों व सुझावों के निस्तारण का काम किया गया।

एमडी को दिए गए तत्काल तैनाती दिए जाने के आदेश

चेयरमैन का कहना है कि 351 अवर अभियंताओं की इस तैनाती से डिस्कामों में रिक्त पद भरे जाएंगे, जिससे विद्युत व्यवस्था सुधार के कार्यों में तेजी आएगी। डिस्कामों के प्रबंध निदेशकों को इन्हें शीघ्र तैनाती देकर काम लिए जाने का आदेश दिया गया है।

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