उत्तर प्रदेश में अब बच्चे जानेंगे रामायण से जुड़े प्रसंगों को, संस्कृति विभाग करेगा 100 करोड़ रुपये खर्च
Saral Kisan : प्रदेश भर में विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन अयोध्या में मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम का दिव्य-भव्य मंदिर के उद्घाटन के अवसर पर। वहीं राज्य सरकार श्रीराम के मूल्यों को स्कूली बच्चों में स्थापित करने का भी प्रयास करेगी। रामायण के विषयों पर चित्रकला, लेखन, वेशभूषा और गायन सहित कई प्रतियोगिताएं होंगी। नई पीढ़ी को आध्यात्मिक रूप से समृद्ध करना इसका लक्ष्य है।
स्कूलों में रामायण के विभिन्न विषयों पर प्रतियोगिताएं होंगी
प्रदेश सरकार रामायण से संबंधित विभिन्न घटनाओं पर आधारित चित्रकला, लेखन, वेशभूषा और रामायण गायन जैसे प्रतियोगिताओं का आयोजन करेगी। यूपी के सभी प्राथमिक और माध्यमिक स्कूलों में यह प्रतियोगिता होगी। यही नहीं, रामायण से जुड़ी कलाकृतियों को अयोध्या के विभिन्न घाटों और स्थानों पर लगाना चाहिए। इन कलाकृतियों का आधुनिक डिजाइन प्रस्तावित है। अंतरराष्ट्रीय व राष्ट्रीय स्तर के कलाकारों द्वारा कलाकृतियों का निर्माण उत्तर प्रदेश राज्य ललित कला अकादमी, लखनऊ के माध्यम से किया जाएगा।
100 करोड़ रुपये की लागत से आयोजन होगा
अयोध्या में प्राण-प्रतिष्ठा का आयोजन करने के लिए संस्कृति विभाग लगभग 100 करोड़ रुपये खर्च करेगा। साथ ही, रामोत्सव में प्रतियोगिताओं और मूर्तिकला-चित्रकला के माध्यम से युवाओं को प्रेरित करने के लिए धन खर्च होगा। प्रतियोगिताओं पर चार करोड़ रुपये और मूर्तिकला-चित्रकला पर ढाई करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे। युवाओं को रामायण की कहानी से परिचित कराने के उद्देश्य से होने वाला यह कार्यक्रम अद्भुत, सुंदर और भव्य होगा
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