Uttar Pradesh: 2G स्मार्ट मीटर से 11.54 लाख ग्राहक हुए परेशान, आदेश के बाद भी नहीं हुआ बदलाव

Uttar Pradesh News : उत्तर प्रदेश में साल 2023 में आदेश होने के बाद भी 11.54 लाख स्मार्ट मीटरों को 2G और 3 जी से 4G में बदला नहीं जा सका है। इन मीटरों को मैनुअल तरीके से चलाया जा रहा है।
 
 

UP News : उत्तर प्रदेश में साल 2023 में आदेश होने के बाद भी 11.54 लाख स्मार्ट मीटरों को 2G और 3 जी से 4G में बदला नहीं जा सका है। इन मीटरों को मैनुअल तरीके से चलाया जा रहा है। उपभोक्ता परिषद ने कहा कि जो अधिकारी स्मार्ट मीटर की तारीफ कर रहे हैं पहले उनके घरों में इन्हें टेस्ट किया जाए। अगर अधिकारियों के घर में सही से काम करते हैं तो उपभोक्ताओं के घरों में लगाने की कार्रवाई की जाए। 

एनर्जी एफिशिएंसी सर्विस लिमिटेड

साल 2021 में उत्तर प्रदेश हमें 11.54 लाख स्मार्ट मीटर लगाए गए थे. साल 2022 में आदेश आया कि इन्हें 4G में बदल दिया जाए। पावर कारपोरेशन में केंद्रीय ऊर्जा मंत्रालय का हवाला देते हुए एनर्जी एफिशिएंसी सर्विस लिमिटेड को तकनीक बदलने का निर्देश दिया है।  आदेश दिए जाने के बाद भी पुराने मीटरों को 4G में नहीं बदला जा सका है। जब बिजली बिल बकाया होने के कारण उपभोक्ताओं का कनेक्शन कटता है, तो इन्हें विभाग के कई चक्कर लगाने पड़ते हैं। इन मीटरों को मैन्युअल चलाया जा रहा है। आप प्रदेश में नई तकनीक वाले 4G स्मार्ट प्रीपेड मीटर को लगाने की तैयारी की जा रही है। जिसकी लागत करीबन 25000 करोड़ बताई जा रही है। 

अधिकारी के घरों में लगे पहले मीटर 

प्रदेश बिजली उपभोक्ता परिषद के अध्यक्ष अवधेश कुमार वर्मा ने बताया कि स्मार्ट मीटर में कई तरह की खामियां पाई गई है। जो अधिकारी इस तकनीक की तारीफ कर रहे हैं, पहले टेस्टिंग के लिए उनके घर पर मीटर लगाए जाने चाहिए। अगर स्मार्ट मीटर की गुणवत्ता को सही तरीके से जांचा जाएगा, तो उपभोक्ताओं का विश्वास बढ़ेगा। उन्होंने बताया कि ग्राहकों के घर 4G मीटर लगाने के लिए तैयारी चल रही है। जब तक 4G मीटर लगाए जाएंगे इतने में 5G की तकनीक आ जाएगी। ऐसे में इन मीटरों की क्या गारंटी है कि संबंधित कंपनी तकनीक में बदलाव करेगी। क्योंकि पहले लगे मीटरों में कई तरह की गड़बड़ियां मिली थी।