UP News : उत्तर प्रदेश में इन कैमरों से लैस होगी बिजली विभाग की विजिलेंस टीम, मिलेगी हर जानकारी
Saral Kisan : उपभोक्ता परिषद ने प्रदेश में विद्युत चोरी की घटनाओं को कम करने के लिए लगातार बॉडी वार्न कैमरे की मांग की है। दक्षिणांचल विद्युत वितरण निगम के प्रबंध निदेशक ने पिछले दिनों आगरा में हुई घटना के बाद विजिलेंस टीम और पावर कॉरपोरेशन की टीम के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई। Power Corporation की बदनामी के बाद इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए कठोर योजनाएं बनाई गईं।
अब विजिलेंस टीम को बॉडी वार्न कैमरा मिलेगा। इससे टीम का स्थान पता चलता रहेगा। पावर कारपोरेशन के अधिकारियों को भी टीम की पूरी गतिविधि की जानकारी मिलती रहेगी। विजिलेंस टीमें प्रदेश में 87 हैं। सभी कैमरे से लैस होंगे। इसका प्रस्ताव बनाने पर दो दिन पहले विजिलेंस के आला अफसर और पावर कारपोरेशन के अफसरों की बैठक में सहमति बनी है, सूत्रों ने बताया।
उपभोक्ता परिषद के अध्यक्ष अवधेश कुमार वर्मा ने कहा कि पिछले साल भी विजिलेंस टीम को बॉडी वार्म कैमरे देने की मांग की गई थी, ताकि बिजली चोरी को रोका जा सके। नियामक आयोग और पावर कॉरपोरेशन को भी इस संबंध में पत्र भेजा गया था। आगरा घटना के बाद पावर कॉरपोरेशन ने अब बॉडी वन कैमरा लगाने की योजना बनाई है। इसका स्वागत है।
बिजली चोरी को पकड़ने के बाद, विजिलेंस टीम और विभागीय टीम के सदस्यों ने अपने स्वार्थ के लिए समझौता करके कई बिजली चोरी के मामले दबा देते हैं और छोड़ देते हैं। जीपीआरएस युक्त बॉडी वार्न कैमरा होग, जो पूरे जांच समय की रिकॉर्डिंग और मॉनिटरिंग करेगा। 5000 करोड़ से अधिक बिजली सभी विद्युत कंपनियों से चोरी होती है।
ऐसे में बिजली चोरी और बढ़ जाएगी अगर इस पर कड़ी कार्रवाई नहीं की जाएगी। पावर कारपोरेशन के अध्यक्ष आशीष गोयल ने पहले ही कहा था कि बिजली चोरी के मामले में कोई भी समझौता बर्दाश्त नहीं किया जाएगा, जैसा कि अवधेश कुमार वर्मा ने कहा था। बिजली चोरी करने वालों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
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