UP News : उत्तर प्रदेश में FDI नीति के माध्यम से हुई लैंड सब्सिडी मंजूर, मिलेंगे रोजगार के नए अवसर

UP News : योगी सरकार ने उत्तर प्रदेश में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश नीति का पालन करते हुए पहली कंपनी को फ्रंट-एंड-लैंड सब्सिडी देने का फैसला किया है। इस संबंध में, अवस्थापना एवं औद्योगिक विकास आयुक्त मनोज कुमार सिंह ने फूजी सिल्वरटेक कंक्रीट प्राइवेट लिमिटेड (एफएससीपीएल) के प्रस्तावित परियोजना के लिए स्वीकृति प्रमाण पत्र जारी किया है।

 

UP News : योगी सरकार ने उत्तर प्रदेश में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश नीति का पालन करते हुए पहली कंपनी को फ्रंट-एंड-लैंड सब्सिडी देने का फैसला किया है। इस संबंध में, अवस्थापना एवं औद्योगिक विकास आयुक्त मनोज कुमार सिंह ने फूजी सिल्वरटेक कंक्रीट प्राइवेट लिमिटेड (एफएससीपीएल) के प्रस्तावित परियोजना के लिए स्वीकृति प्रमाण पत्र जारी किया है।

उल्लेखनीय है कि कैबिनेट ने हाल ही में निवेश प्रोत्साहन नीति-2023 लागू की है, जिसमें विदेशी डायरेक्ट इन्वेस्टमेंट (एफडीआइ) और फार्च्यून-500 कंपनियों के निवेश को प्रोत्साहित किया गया है। यह नीति लागू होने के बाद किसी भी कंपनी को जमीन की अनुमति देने का पहला मामला है। 22 नवंबर को, निवेश यूपी की मूल्यांकन समिति ने फूजी सिल्वरटेक कंक्रीट प्राइवेट लिमिटेड का प्रस्ताव देखा और निवेश प्रोत्साहन नीति के तहत गठित अधिकार प्राप्त समिति से इसे मंजूरी देने की सिफारिश की।

यमुना एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण (गौतमबुद्ध नगर) में 10 हेक्टेयर (लगभग 25 एकड़) भूमि को भूमि सब्सिडी के तहत 75 प्रतिशत अनुदान देने का प्रस्ताव सक्षम प्राधिकारी (अधिकार प्राप्त समिति) ने मंजूरी दी है। पहली बार, कंपनी 150 करोड़ रुपये निवेश करेगी। परियोजना के प्रारंभिक चरण से लगभग 700 लोगों को प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से नौकरी मिली है।

100 करोड़ रुपये का विदेशी निवेश प्राप्त होगा। लेकिन भारतीय प्रमोटर 50 करोड़ रुपये निवेश करेगा। FSSCPL वेट कास्ट और सल्फर कंक्रीट तकनीक का उपयोग करके प्रीकास्ट कंक्रीट उत्पाद बनाती है। एफएससीपीएल ने भारत में प्री कास्ट कंक्रीट उत्पादों को बनाने के लिए एक विशिष्ट पर्पज व्हीकल (एसपीवी) बनाया है। फूजी कंक्रीट इंडस्ट्री कंपनी लिमिटेड और टोयोटा कोखी कंपनी लिमिटेड (TKCL) एसपीवी में संयुक्त उद्यम भागीदार हैं। कंपनी पहले से ही भारत में दो प्लांट रखती है: एक गुजरात के वडोदरा में और दूसरा महाराष्ट्र के औरंगाबाद में।

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