जंगल के बीच से बनेगी टनल, ऊपर शेर-चीते और नीचे दौड़ेगी गाड़ियां, 2 घंटे का रास्ता 15 मिनट में होगा पूरा

Mumbai News : सरकार देश में सड़के, एक्सप्रेसवे के निर्माण के बाद अब जमीन के नीचे से वाहन दौड़ने की सोच रही है। देश के जिन शहरों में ट्रैफिक की समस्या ज्यादा रहती है वहां पर सरकार सुरंगे बनाने पर जोर दे रही है. इसी कड़ी में मुंबई को ट्रैफिक जाम की समस्या से निजात दिलाने के लिए सरकार 2 टनल यानी सुरंगे का निर्माण करवाने जा रही है. 

 

Tunnel Under Sanjay Gandhi National Park : देश की मायानगरी मुंबई में ट्रैफिक जाम की समस्या से छुटकारा दिलाने के लिए सरकार ने बड़ा प्लान बनाया है। एक्सप्रेसवे और एलिवेटेड रोड के बाद अब सरकार मुंबई में जमीन के नीचे से वाहन दौड़ने का प्लान बना रही है। मुंबई में 2 टनल का निर्माण करवाया जाएगा. यह दोनों सुरंगे विश्व प्रसिद्ध संजय गांधी राष्ट्रीय पार्क के नीचे से होकर गुजरने वाली है. यह टनल मुंबई के पूर्वी इलाके थाने को पश्चिमी इलाके बोरीवली से कनेक्ट करेगी. मौजूदा समय इस दूरी को तय करने में डेढ़ घंटे का समय लगता है. टनल बन जाने के बाद यह सफर मात्र 15 मिनट में पूरा किया जा सकेगा। 

अटल सेतु के बाद दूसरी बड़ी सौगात 

सरकार यह प्लान बना रही है जिन शहरों में जाम की समस्या ज्यादा रहती है वहां पर सुरंगे यानी टनल का निर्माण करवाने पर जोर दे रही है. देश में मुंबई जैसे व्यस्त शहर जहां ट्रैफिक जाम की समस्या बहुत अधिक रहती है. सरकार ने कुछ दिन पहले ही मुंबई में लगभग 22 किलोमीटर लंबा अटल सेतु बनाकर जनता को सौंपा है. अटल सेतु समंदर के ऊपर से गुजरते हुए एक छोर को दूसरे छोर तक कनेक्ट करता है। इसके बाद अब मुंबई में 12 किलोमीटर लंबा टनल बनाने का प्लान तैयार किया जा रहा है. देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसका भूमि पूजन भी कर दिया है. इस टनल का निर्माण कार्य 2028 तक पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है.

टनल का नाम गोरेगांव-मुलुंड लिंक रोड

टनल का नाम गोरेगांव-मुलुंड लिंक रोड (GMLR) होगा, जो मुंबई के गोरेगांव क्षेत्र को मुलुंड से जोड़ेगा। निर्माण पूरा होने पर मुंबई के पूर्वी भाग को पश्चिमी भाग से जोड़ा जा सकेगा। टनल की लागत लगभग 6,300 करोड़ रुपये है, जिसे बृहन मुंबई नगरपालिका बना रही है। आपको बता दें कि एक और टनल थाणे से बोरीवली तक बनाया जाएगा। इस प्रोजेक्ट का खर्च 19,257 करोड़ रुपये होगा।

नेशनल पार्क में शेर-चीतों सहित कई जंगली प्रजातियां

इस टनल को मुंबई के प्रसिद्ध संजय गांधी नेशनल पार्क के नीचे बनाया जाएगा। मुंबई की 20% बायोडाइवर्सिटी इस नेशनल पार्क में सुरक्षित है। 104 वर्ग किलोमीटर के इस नेशनल पार्क में शेर-चीतों सहित कई जंगली प्रजातियां रहती हैं। यह नेशनल पार्क दुनिया में किसी शहर के किनारे बसा सबसे बड़ा पार्क है, लेकिन एशिया में सबसे ज्यादा घूमा जाने वाला पार्क है। करीब 2000 साल पुरानी कन्हेरी गुफा भी पार्क में है।

टनल की गहराई 20 मीटर से 220 मीटर तक

इस पार्क के नीचे से गुजरने वाली टनल की गहराई 20 मीटर से 220 मीटर तक हो सकती है। यह घना जंगल सुरंग के जरिए पार करना काफी दिलचस्प भी होगा। इस लिंक रोड की कुल लंबाई 12.2 किलोमीटर होगी, जबकि टनल की लंबाई सिर्फ 4.7 किलोमीटर होगी। सुरंग की खुदाई के लिए विशिष्ट मशीनों का उपयोग किया जाएगा। इसकी चौड़ाई 13 से 15 मीटर हो सकती है। यह टनल करीब छह लेन की होगी, हर तरफ तीन लेन होंगी।

गोरेगांव से मुलुंड तक जाने में अभी लगभग 80 मिनट लगते हैं, और सुबह-शाम सड़कों के जाम में फंस गए तो दो घंटे भी आपको लग सकते हैं। टनल तैयार होने पर 12 से 15 मिनट में यह दूरी तय की जा सकेगी। सुरंग में वाहनों को 80 km/h की स्पीड से दौड़ाया जा सकेगा। यह हर 300 मीटर पर वेंटिलेशन के लिए लगाया जाएगा।

डेढ़ घंटे का सफर 15 मिनट में होगा पूरा 

संजय गांधी राष्ट्रीय पार्क के नीचे एक टनल बनाया जाएगा। यह टनल थाणे, मुंबई के पूर्वी भाग, को पश्चिमी भाग बोरीवली से जोड़ेगी। अब इन दोनों स्थानों तक जाने में लगभग 23 किलोमीटर की दूरी तय करनी पड़ती है, जिसमें एक से डेढ़ घंटे का समय लगेगा। नई टनल 11.8 किलोमीटर की लंबाई होगी और तैयार होने पर दोनों क्षेत्रों में 15 मिनट में सफर किया जा सकेगा। यह टनल करीब 23 मीटर जमीन से नीचे बनाई जाएगी।