प्रयागराज में ट्रेन का होगा हवाई सफर और नीचे से गुजरेगे वाहन, तैयार हो रहा खास तरह का पुल
UP News : उत्तर प्रदेश के इस जिले में खास तकनीकी से एक फ्लाईओवर का निर्माण किया जा रहा है. नई रेलवे लाइन का निर्माण और फ्लाईओवर का निर्माण प्रस्तावित है। इंडियन रेलवे के मिशन रफ्तार के माध्यम से इन प्रोजेक्ट पर काम होना है.
Uttar Pradesh News : उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में एक खास तकनीकी का फ्लाईओवर का निर्माण करवाया जाना है. प्रदेश में रेलवे विभाग के मिशन रफ्तार के माध्यम से नई रेलवे लाइन का निर्माण किया जाना है। रेलवे का लक्ष्य है कि दिल्ली हावड़ा रोड पर ट्रेनों की रफ्तार 160 किलोमीटर प्रति घंटा किया जा सके. इस नई प्रस्तावित रेलवे लाइन और फ्लाईओवर का निर्माण कार्य दिसंबर 2024 तक पूरा होने की संभावना है. इन दो बड़े महत्वपूर्ण प्रोजेक्ट पर 350 करोड रुपए की लागत राशि आने वाली है.
हवा में चलेगी ट्रेन
ट्रेन जमीन से करीब 30 फीट ऊंचाई पर संचालित की जाएगी. यह ट्रेन हवा में थोड़ी दूर ही नहीं चलेगी बल्कि 3 किलोमीटर का सफर तय करेगी. बता दे कि यह ट्रेन हवा में ऊपर से गुजरेगी और इसके नीचे लोगों का आवागमन और मोटर गाडी आदि का संचालन जारी रहेगा. यह ट्रेन हवा में चलती रहेगी और नीचे पूरा शहर का ट्रैफिक आवागमन करेगा। इसी के चलते रेलवे की तरफ से खास तकनीकी का फ्लावर का निर्माण करवाया जा रहा है। सूबेदारगंज रेलवे स्टेशन के ऊपर इस फ्लाईओवर के माध्यम से ही ट्रेन गुजरेगी. इसी साल यह रेलवे फ्लाईओवर बनकर तैयार कर दिया जाएगा।
10 किमी लंबी रेलवे लाइन
इसी वर्ष रेलवे फ्लाई ओवर बनकर तैयार हो जाएगा। जंक्शन से बमरौली तक एक 10 किमी लंबी रेलवे लाइन बनाई जाएगी, जो इसी रेलवे फ्लाई ओवर से गुजरेगी। 2026 तक काम पूरा होगा। इससे जंक्शन पहुंचने से पहले ट्रेन खड़े होने और बमरौली के बीच में ट्रेन खड़े होने की समस्या भी हल होगी। इस परियोजना के लिए पिंक बुक ने 350 करोड़ रुपये आवंटित किए हैं। जबकि पिछले बजट में भी 120 करोड़ रुपये प्राप्त हुए थे।
चौथी लाइन का काम शुरू
सूबेदारगंज रेलवे स्टेशन में पिलरों का निर्माण तेजी से हो रहा है। एनसीआर के सीपीआरओ हिमांशु शेखर उपाध्याय के अनुसार चौथी लाइन का काम शुरू हो गया है। फ्लाइ ओवर पिलर की तरह बनने लगा है। अब इस काम में तेजी आएगी, क्योंकि बजट में 350 करोड़ आवंटित किए गए हैं।
इस फ्लाईओवर बन जाने के बाद प्रयागराज जंक्शन पर रामबाग और प्रयाग से आने वाली ट्रेनें जो कानपुर की ओर जाती हैं, उनके संचालन के दौरान जंक्शन की मुख्य लाइन पर ट्रैफिक नहीं रुकेगा। रेलवे प्रयागराज यार्ड की मुख्य लाइन को क्रास नहीं करेंगे। बल्कि प्लेटफार्म नंबर छह से बमरौली तक चलने वाली चौथी लाइन से सीधे आगे निकल जाएंगे।
यानी ट्रेनों को बाहर नहीं रोकना पड़ेगा, वे प्लेटफार्म पर वक्त पर पहुंच जाएगी। प्लेटफार्म नंबर छह से चौथी लाइन पर प्रयाग-प्रतापगढ़ और प्रयाग-लखनऊ की ट्रेनें चलेंगी। चौथी लाइन दस किमी लंबी होगी और प्लेटफार्म नंबर छह के कानपुर छोर से शुरू होगी। दिल्ली-हावड़ा रूट की मुख्य उच्च और नीचे की लाइनों को पार करके यह बमरौली स्टेशन के निकट अप लूप लाइन में मिल जाएगा।
सबसे बड़ा रेल पुल होगा
सूबेदारगंज शहर का सबसे बड़ा रेल पुल होगा। इसकी लंबाई करीब तीन किमी है। बता दे की 112 पिलर इसका आधार हैं। इस पर गार्डर रखने का काम शुरू हो गया है। इसमें हरवारा-झलवा पुल इसके नीचे से गुजरेगा। महाकुंभ के दौरान इस लाइन का प्रयोग करोड़ों लोगों को आने-जाने की सुविधा देगा।