उत्तर प्रदेश के इस हिस्से में 40 साल बाद चली ट्रेन, इन लोगों को होगा तगड़ा फायदा
Saral Kisan : गोरखपुर तेजी से विकसित हो रहा है और एक नया हब बन रहा है। सहजनवा-दोहरीघाट रेलवे लाइन में अब दो ट्रैक होने से उत्तर प्रदेश के अन्य शहरों से कनेक्टिविटी बेहतर होगी। 18 दिसंबर से मऊ दोहरीघाट रेल लाइन पर ट्रेन सेवा शुरू हो गई है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वीडियो के माध्यम से सप्ताह में छह दिन चलने वाली ट्रेन का उद्घाटन किया है। इससे मऊ, बलिया और गोरखपुर के लोगों की बहुत प्रतीक्षित मांग पूरी हो गई है। इस ट्रेन के संचालन से पूर्वोत्तर में विकास और गति होगी। A K Sharma दोहरीघाट में ट्रेन रवाना हुआ। यह ट्रेन मऊ, इंदारा, कोपागंज, घोसी, अमिला, मोरादपुर से होकर दोहरीघाट पहुंचेगी।
दोहरीघाट रेल लाइन का काम सहजनवा से शुरू हो गया है। नॉर्थ ईस्ट रेलवे के मुख्य प्रशासनिक अधिकारी ने सहजनवा क्षेत्र के 11 किलोमीटर क्षेत्र में रेल लाइन बनाने के लिए 43 हेक्टेयर जमीन अधिग्रहण की सूचना दी है। इस साल, रेल मंत्रालय ने सजनवा दोहरीघाट की नई रेल लाइन को एक विशेष रेल परियोजना में शामिल किया है। इसके बाद प्रक्रिया तेज होती है।
नई सहजनवा-दोहरीघाट रेलवे लाइन को चार वर्ष में पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है। यह प्रोजेक्ट तीन चरणों में पूरा होगा। पहले चरण में, सहजनवा से बेदौली तक 27 किलोमीटर की एक रेलवे लाइन बनाने का लक्ष्य रखा गया है, जो 2024 तक पूरी हो जाएगी। मार्च 2025 तक दूसरे चरण में बेदौली से गोला बाजार तक 29 किलोमीटर का रेलवे पुल बनाया जाएगा। तीसरे और अंतिम चरण में गोला बाजार से न्यू दोहरीघाट तक 25.5 किलोमीटर लंबी रेल लाइन बनाने की योजना है. यह काम मार्च 2026 तक पूरा होगा।
गोरखपुर से वाराणसी, प्रयागराज और लखनऊ के लिए ट्रेन चलना शुरू हो गया है, जिससे इन शहरों की कनेक्टिविटी बढ़ेगी। दोहरीघाट से इंदारा होते हुए वे सीधे मऊ (Mau) और वाराणसी रेलवे से जुड़े हुए हैं। इस प्रकार पूर्वांचल में रेलवे नेटवर्क बनाया जाएगा। नई सहजनवा दोहरीघाट रेलवे लाइन गोरखपुर मऊ जिले के ग्यारह गांव से गुजरेगी।
ये पढ़ें : उत्तर प्रदेश के 55 गावों से निकलेगी ये नई रेलवे लाइन, 2 जिले बनाए जाएंगे जंक्शन