उत्तर प्रदेश के 2 शहरों में स्थापित किए जाएंगे डिफेंस के 3 प्रोजेक्ट, 117 करोड़ रुपए खर्च होंगे
Defense Projects In Lucknow : उत्तर प्रदेश की योगी सरकार के निर्देश अनुसार लखनऊ और कानपुर में रक्षा मंत्रालय के डिफेंस टेस्टिंग इंफ्रास्ट्रक्चर स्कीम के तहत उत्तर प्रदेश औद्योगिक विकास प्राधिकरण के तीन प्रोजेक्ट स्थापित किए जायेंगे। डीटीआईएस टेक्नोलॉजी के इंफ्रास्ट्रक्चर की बुनियादी कर्मियों को दूर करने के लिए यह तीन प्रोजेक्ट कारगर साबित होंगे। इस प्रोजेक्ट के लिए केंद्र सरकार की ओर से 75% और राज्य सरकार की तरफ से 25% का अनुदान दिया जाएगा। इन तीनों प्रोजेक्ट्स पर 117 करोड़ रूपए से अधिक खर्च आने का अनुमान है।
जाँच सुरक्षा टेक्निकल में मिलेगी मदद
डीटीआईएस के अंतर्गत नई जांच टेक्निकल के लिए रिसर्च एंड डेवलपमेंट का काम होगा। जांच सुविधा में टेक्निकल अपग्रेडेशन के लिए अनुशंसाए तथा मार्ग दर्शन के लिए अवगत कराया जाएगा। रक्षा उत्पादन में अच्छी गुणवंता और स्टैंडर्ड का पालन सुनिश्चित करना भी जरूरी काम करेगा। इसके अंतर्गत यह सुनिश्चित किया जाएगा की देसी रक्षा उत्पादन क्षमता में सुधार हो और स्वदेशी कंपनिया को अच्छा प्रशिक्षण सुविधा मिले। इसका मुख्य कारण देश में स्वदेशी रक्षा उत्पादन को बढ़ावा देना है, विशेष तौर से एमएसएमई और स्टार्टअप की भागीदारी पर ध्यान देते हुए रक्षा प्रशिक्षण की बुनियादी संरचना में कमी को दूर करने का यह बड़ा माध्यम साबित होगा।
उत्तर प्रदेश डिफेंस कॉरिडोर कब होगा शुरू
केंद्र सरकार के रक्षा मंत्रालय की ओर से उत्तर प्रदेश डिफेंस इंडस्ट्रियल कॉरिडोर के तहत इन तीनों डीटीआई स्कीम को शुरू किया जाना है। इसके लिए यूपीडा को इम्प्लिमेंटिंग अथॉरिटी नियुक्त किया गया है। उत्तर प्रदेश में तीनों डीटीआई स्कीम के तहत भारतीय अंतरिक्ष मिशन के लिए मिश्र धातु निगम लिमिटेड लखनऊ में मैकेनिकल और मैटेरियल टेस्टिंग फैसिलिटी प्रदान करेगी, जिस पर 40 करोड़ रुपये से अधिक खर्च किए जाएंगे।
वहीं आईआईटी कानपुर में भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड की तरफ से कम्युनिकेशन टेस्टिंग फैसिलिटी पर 31 करोड़ रुपये से अधिक और आईआईटी कानपुर में ही हिन्दुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड की ओर से अनमैन्ड एयरक्राफ्ट सिस्टम टेस्टिंग फैसिलिटी प्रदान की जाएगी। तीनों डीटीआई स्कीम को स्पेशल पर्पज व्हीकल के जरिए स्थापित किया जाएगा, जिसके लिए पांच सदस्यीय टीम गठित की जाएगी।