उत्तर प्रदेश का ये रेलवे स्टेशन 498 करोड़ रुपये खर्च से चमक उठेगा, एयरपोर्ट जैसी होगी हर सुविधा
Saral Kisan, UP News : पुनर्निर्माण किए जा रहे गोरखपुर जंक्शन स्टेशन को वर्ल्ड क्लास रेलवे स्टेशन बनाने के लिए अब तक छह कंपनियों ने रुचि दिखाई है। इसमें पांच दक्षिण भारतीय और एक उत्तर भारत की कंपनी है। अब इन कंपनियों के संसाधनों की जांच की जा रही है। जांच पूरी होने के बाद एक कंपनी को नोडल एजेंसी नामित किया जाएगा। दिसंबर में निर्माण कार्य शुरू कराने की तैयारी है।
बीते सात जुलाई को प्रधानमंत्री ने गोरखपुर जंक्शन स्टेशन के पुनर्निर्माण कार्य का शिलान्यास किया था। इसकी लागत 498 करोड़ रुपये है। स्टेशन के मुख्य भवन को गोरखनाथ मंदिर, गीता प्रेस समेत कई ऐतिहासिक व धार्मिक महत्व के स्थलों की तर्ज पर विकसित किया जाएगा।
अभी इस स्टेशन पर हर दिन लगभग 93 हजार यात्रियों का आवागमन हो रहा है। भविष्य में यहां से करीब 1,68,000 यात्रियों का प्रतिदिन आवागमन होगा। उसी को ध्यान में रखकर स्टेशन का पुनर्निर्माण किया जा रहा है। पिछले महीने इसके लिए टेंडर खोला गया था। अब तक छह कंपनियों ने निर्माण कार्य में रुचि दिखाई है।
अब आवेदनकर्ता कंपनियों के पास उपलब्ध संसाधनों, कर्मचारियों व मजदूरों की संख्या, पिछले कार्य अनुभव आदि की जानकारी जुटाई जा रही है। इसी आधार पर कार्यदाई एजेंसी का चयन किया जाएगा। यह प्रक्रिया नवंबर तक पूरी की जाएगी। दिसंबर में हर हाल में नया निर्माण कार्य शुरू हो जाएगा।
टिकट खिड़की का बढ़ेगा दायरा, गेट पर होगी हरियाली
स्टेशन के पुनर्निर्माण के दौरान टिकट काउंटरों की संख्या बढ़ाई जाएगी। नए भवन में 300 वर्ग मीटर में टिकट खिड़कियां बनाई जाएंगी। स्टेशन परिसर में दो मल्टीपरपज टॉवर भी बनाए जाएंगे, जिसमें मल्टी लेवल कार पार्किंग, होटल, कामर्शियल शॉप इत्यादि होगा।
दोनों प्रवेश द्वार के सर्कुलेटिंग क्षेत्र में हरित पट्टी (ग्रीन बेल्ट) विकसित की जाएगी। प्रस्तावित स्टेशन का निर्माण 17,900 वर्ग मीटर। 10,800 वर्ग मीटर में रूफ प्लाजा होगा, जिसमें फूड आउटलेट, वेटिंग हॉल, एटीएम एवं किड्स प्ले एरिया होगा।
पूर्वोत्तर रेलवे सीपीआरओ पंकज कुमार सिंह ने कहा कि गोरखपुर रेलवे स्टेशन पुनर्निर्माण के लिए एजेंसी निर्धारण की प्रक्रिया चल रही है। प्रक्रिया पूरी कर शीघ्र ही कार्य शुरू किया जाएगा। स्टेशन को 498 करोड़ रुपये की लागत से विकसित किया जाएगा।
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