उत्तर प्रदेश के इस रेलवे स्टेशन पर मुंबई जैसे बनेगा पॉड होटल, यात्रियों को मिलेंगी ये खास सुविधाएं

सीपीआरओ पंकज कुमार सिंह (CPRO Pankaj Kumar Singh) ने कहा कि गोरखपुर स्टेशन (Gorakhpur Station) के द्वितीय प्रवेश द्वार पर पॉड होटल बनाने के लिए एक कंपनी को टेंडर दिया गया है। वहां स्थित भवन को पॉड होटल (Pod Hotel) के अनुरूप बदला जाएगा। इसके नवीनीकरण, संचालन एवं मेंटेनेंस की संपूर्ण ज़िम्मेदारी संबंधित एजेंसी की होगी।

 

UP News : मुंबई की तर्ज पर गोरखपुर रेलवे स्टेशन (Gorakhpur Railway Station) के प्लेटफार्म नंबर 9 पर पॉड होटल (छोटे-छोटे केबिन) बनाया जाएगा। यहां पहले से बने एक प्लॉजा के कमरों को ही एक बेड वाले केबिन में परिवर्तित किया जाएगा। यात्रियों को घंटे के हिसाब से इसे आवंटित किया जाएगा। इसी साल यह सुविधा शुरू हो जाने की उम्मीद है।

सफर के दौरान अक्सर बड़े शहरो में रेलवे स्टेशन (Railway Station) पर रात गुजारने की समस्या होती है। रात भर रुकने या आराम करने लिए लोगों को अधिक रुपये खर्च करने पड़ते हैं। स्टेशन से दूरी पर होटल होने के चलते आवागमन की दिक्कत रहती है। रात में ट्रेन छूटने का भी भय रहता है।

इन समस्याओं से उबरने के लिए मुंबई की तर्ज पर गोरखपुर रेलवे स्टेशन (Gorakhpur Railway Station) पर भी पॉड होटल (Pod Hotel) बनवाने का निर्णय लिया गया है। इस होटल के कमरे एक बेड के साइज वाले होते हैं। कम किराया और घंटे के हिसाब से आवंटन के चलते रेल यात्रियों को कम खर्च में सहजता से उपलब्ध हो जाता है।

प्लेटफार्म नंबर 8 और 9 के यात्रियों को मिलेगी विशेष सुविधा

प्लेटफार्म नंबर 9 पर बनने वाले इस पॉड होटल (Pod Hotel) का सबसे अधिक फायदा बिहार से दिल्ली की तरफ जाने वाले यात्रियों को मिलेगी। गोरखधाम समेत कई ट्रेन इस प्लेटफार्म पर रुकती हैं। प्लेटफार्म नंबर 1 से 9 तक जाने में दिक्कत होती है। यहां सुविधा होने पर प्लेटफार्म नंबर 9 के अलावा 7 और 8 से चलने वाली ट्रेनों के यात्रियों के लिए भी नजदीक में बेहतर विकल्प मिलेगा।

सीपीआरओ पंकज कुमार सिंह (CPRO Pankaj Kumar Singh) ने कहा कि गोरखपुर स्टेशन के द्वितीय प्रवेश द्वार पर पॉड होटल (Pod Hotel) बनाने के लिए एक कंपनी को टेंडर दिया गया है। वहां स्थित भवन को पॉड होटल (Pod Hotel) के अनुरूप बदला जाएगा। इसके नवीनीकरण, संचालन एवं मेंटेनेंस की संपूर्ण ज़िम्मेदारी संबंधित एजेंसी की होगी। रेलवे को 38 लाख रुपये वार्षिक लाइसेंस फीस मिलेगा। इसके चालू होने से रेल यात्रियों को ठहरने की उत्कृष्ट सुविधा मिलेगी।

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